नोएडा 15 मई। फ्लैट खरीदारों को सपना दिखाकर आशियाना नहीं देने व गाढ़ी कमाई पर कुंडली मारकर बैठे बिल्डरों पर प्रशासन बड़ी कार्रवाई करेगा। तीन से चार दिन में प्रशासन 59 बिल्डरों की परियोजना व कार्यालय सील करेगा। साथ ही उनके खातों को सीज कर फ्लैट खरीदारों का पैसा लौटाया जाएगा। कार्रवाई के लिए आदेश जारी हो चुके हैं। फ्लैट खरीदारों का पैसा न लौटाने वाले बिल्डरों पर यूपी रेरा द्वारा आरसी जारी की गई है। प्रशासन द्वारा पैसे की रिकवरी के लिए इन बिल्डरों को नोटिस व चेतावनी दी गई। बावजूद इसके बिल्डर पैसा नहीं जमा कर रहे हैं। दो से तीन माह बाद भी बिल्डर पैसा जमा नहीं कर रहे हैं। कार्रवाई के लिए प्रशासन द्वारा पांच टीमें गठित की गई हैं।
इन बिल्डरों पर होगी कार्रवाई
सबसे ज्यादा उप्पल चड्ढा हाईटेक बिल्डर पर करीब 13 डेवलपर्स, एआइएमएस मैक्स करोड़ बकाया है। वहीं विहान बिल्डर पर 2.5 करोड़ बकाया है। इनके अलावा कासमास, एलीगेंट, फ्यूचर वर्ल्ड, ला रेजिडेंशिया लाजिक्स, रेडिकान इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड हाउसिंग, रुद्रा बिल्डवेल, इन्फ्रा, एसडीएस, एआइएम गोल्फ टाउन, एआइएमस मैक्स गार्डेनिया डेवलपर्स, एआइएमस मैक्स गार्डेनिया, एआइएमएस प्रमोटर्स, अंतरिक्ष इंजीनियर्स, एसोटेक, देविका गोल्ड होम्स, फ्यूचर वर्ल्ड ग्रीन, गोल्फ ग्रींस रेजिडेंसी, हैबीटेक इन्फ्रास्ट्रक्चर, केंद्रीय कर्मचारी आवास योजना, लाजिक्स बिल्डटेक, लाजिक्स इन्फ्रा डेवलपर्स, महागुन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एमएमआर साहा, न्यूटेक ला पैलेसिया, जेएसएस बिल्डकान, पिनाकल सुपर स्ट्रक्चर, सन वर्ल्ड सिटी, रुद्रा बिल्डवेल, विहान डेवलपर्स व अन्य बिल्डरों की परियोजना या कार्यालय सील किए जाएंगे। साथ ही इनके खाते सीज कर फ्लैट खरीदारों का पैसा लौटाया जाएगा।
10 दिन में 16 बिल्डरों के कार्यालय व खाते सीज, 3.54 करोड़ वसूले
नोटिस देने के बाद भी दो से तीन महीने में फ्लैट खरीदारों का पैसा न देने पर पिछले 10 दिन में प्रशासन द्वारा 16 बिल्डरों की परियोजना य कार्यालय सील किए गए हैं। साथ ही उनके खाते सीज किए गए हैं। इन बिल्डरों से 3.54 करोड़ रुपये वसूले गए हैं। इसमें से तीन करोड़ वेब मेगा सिटी व एक करोड़ वेब वन बिल्डर ने जमा कराए हैं। प्रशासन ने कार्रवाई में अप्रैल से अब तक 15 करोड़ रुपये वसूले हैं।
एसडीएम दादरी अनुज नेहरा का कहना है कि यूपी रेरा की आरसी का पैसा जमा न करने वाले बिल्डरों को नोटिस व चेतावनी दी गई थी। उसके दो से तीन माह तक फ्लैट खरीदारों का पैसा न लौटाने वाले बिल्डरों की परियोजना य कार्यालय सील किए जाएंगे। साथ ही उनके खातों को भी सीज किया जाएगा।