लखनऊ 05 मई। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में अब शिक्षकों के साथ छात्रों की हाजिरी भी ऑनलाइन होगी. यूपी बोर्ड शैक्षणिक सत्र 2025-26 से इसे लागू करेगा. माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इसके लिए कमर कस ली है. इससे डमी स्कूलों पर काफी हद तक लगाम लगाई जा सकेगी. बोर्ड की ओरे से इसकी तैयारी जोरो पर की जा रही है.
यूपी बोर्ड में अब अध्यापकों के साथ छात्रों की भी ऑनलाइन अटेंडेंस होगी. इसके लिए नया सॉफ्टवेयर भी तैयार कराया जा रहा है. यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह का कहना है कि स्कूलों में आए दिन अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर निगरानी और स्टूडेंट्स की उपस्थिति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बोर्ड शिक्षकों व छात्रों की ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था लागू करने जा रहा है. शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में यह एक अच्छी पहल मानी जा रही है. बोर्ड इसके लिए एक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार करा रहा है, जिससे शिक्षकों व छात्रों की उपस्थिति की सटीक सूचना मिल सकेगी.
यूपी बोर्ड के करीब 28 हजार माध्यमिक विद्यालय हैं. इनमें पांच लाख शिक्षक और एक करोड़ के करीब स्टूडेंट्स हैं. बोर्ड में आए दिन यह शिकायत आती है कि कई विद्यालय कागजों में चल रहे हैं. उनमें छात्र भौतिक रूप से विद्यालय नहीं आते बस परीक्षा के समय विद्यालय आते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा. छात्रों की अब ऑनलाइन वैसे ही हाजिरी होगी जैसे शिक्षकों की होती हैं.
कैसे काम करेगा नया सॉफ्टवेयर?
बोर्ड द्वारा तैयार किया जा रहा सॉफ्टवेयर स्कूल के प्रिंसिपल को लॉगिन आईडी और पासवर्ड देगा। लॉगिन करते ही वेबकैम से उनकी फोटो क्लिक होगी और साथ ही GPS लोकेशन कैप्चर होगी। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उपस्थिति रिपोर्ट सही जगह से भेजी जा रही है।
शिक्षा की गुणवत्ता में आएगा सुधार
बोर्ड के सचिव भगवती सिंह के अनुसार, यह कदम शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुधार के लिए उठाया जा रहा है। प्रैक्टिकल परीक्षाओं में इस तकनीक का सफल प्रयोग हो चुका है, जिससे अब इसे पूरे राज्य में लागू किया जा रहा है।