नई दिल्ली 14 सितंबर। सोशल मीडिया यूट्यूब पर कई लोग वीडियोज डालते रहते हैं. यह एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म माना जाता है जिसे पूरी दुनिया में इस्तेमाल किया जाता है. वहीं यूट्यूब को सेफ बनाने के लिए कंपनी काफी समय से काम कर रही है. बता दें कि डीपफेक वीडियोज भी काफी चर्चा में रहते हैं जिसे एआई की मदद से बनाया जाता है.
इसी को देखते हुए यूट्यूब अब जल्द ही एक नया एआई टूल फीचर लाने वाली है जिससे डीपफेक वीडियोज पर लगाम लग सकेगी. इस नए टूल से डीपफेक फेस और वॉइस को आसानी से पहचान लिया जाएगा. इसकी मदद से डीपफेक वीडियोज वायरल होना बंद हो सकेंगी.
नया AI टूल
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि YouTube ने अपने आधिकारिक ब्लॉग पोस्ट में बताया है कि कंपनी आर्टिफिशियल टेक्नोलॉजी से लैस फेस-डिटेक्शन टूल पर काम कर रही है. यह टूल क्रिएटर्स को ऐसे कंटेंट और वीडियो को डिटेक्ट करने में सहायता करेगा जिसमें उनका चेहरा या फेस एआई की मदद से इस्तेमाल किया गया है.
कंपनी जल्द ही Synthetic-Singing Identification टेक्लोलॉजी को भी पेश करने वाली है जिसकी मदद से यूजर्स एआई-जेनरेटेड वाली सिंगिंग वॉइस की भी पहचान आसानी से कर पाएंगे.
जल्द शुरू होगी टेस्टिंग
कंपनी के मुताबिक, इस नए एआई टूल की टेस्टिंग नए साल यानी 2025 से शुरू हो सकती है. वहीं टेस्टिंग पूरी होने के बाद कंपनी इस नए टूल को 2025 के मध्य तक सभी यूजर्स के लिए रोलआउट कर सकती है.
हालांकि अभी तक कंपनी की ओर से इसकी लॉन्चिंग को लेकर कोई आधिकारीक जानकारी साझा नहीं करी गई है. बता दें कि इस नए फीचर के आने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले डीपफेक वीडियोज पर लगाम लग सकेगी.
इसके अलावा यह साइबर ठगी को भी रोकने में मदद करेगा. वहीं वॉयर डिटेक्शन टूल की मदद से लोग किसी की भी आवाज निकाल कर ठगी भी नहीं कर सकेंगे. इतना ही नहीं वीडियोज में भी अब एआई की मदद से किसी का भी डीपफेक चेहरा डिटेक्ट किया जा सकेगा.