Date: 23/12/2024, Time:

सरकारी अस्पताल की लापरवाही: गर्भवती के शरीर में कपड़ा छोड़ा, 3 फीट लंबा प्राइवेट पार्ट में चिपका था

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कर्नाटक 17 मई। देश के सरकारी अस्पतालों में जहां अव्यवस्थाओं का आलम रहता है, वहीं आए दिन डॉक्टरों और स्टाफ नर्स की लापरवाही सामने आती रहती है। लापरवाही बरतने का ताजा मामला कर्नाटक के कोलार में सामने आया है। स्टाफ नर्स ने डिलीवरी के बाद महिला के शरीर में 3 फीट लंबा कपड़ा छोड़ दिया।

असहनीय दर्द उठने पर जब वह उपचार कराने के लिए प्राइवेट अस्पताल पहुंची तो अल्ट्रासाउंड करने पर पता चला कि उसके शरीर में कपड़ा है। कपड़ा भी महिला के प्राइवेट पार्ट से चिपका हुआ था, जिस वजह से उसे असहनीय दर्द उठा रहा था। महिला के पति ने हंगामा करते हुए सरकारी अस्पताल के स्टाफ पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। जिला सर्जन डॉ. एसएन विजयकुमार को लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की गई है।

खबर के अनुसार, 20 वर्षीय चंद्रिका रामसगरा गांव की रहने वाली हैं। 5 मई को चंद्रिका ने सरकारी एसएनआर अस्पताल में प्रसव कराया, लेकिन 4 दिन बाद उसके पेट में असहनीय दर्द उठा। हालत बिगड़ती देखकर राजेश पत्नी चंद्रिका को प्राइवेट अस्पताल लेकर गया। वहां के डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड कराया तो प्राइवेट पार्ट में एक कपड़ा चिपका मिला।

राजेश ने डॉक्टर को बताया कि चंद्रिका ने सरकारी एसएनआर अस्पताल में प्रसव कराया था। यह जानने के बाद प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर ने सर्जरी करके कपड़ा निकाल दिया, लेकिन राजेश सरकारी अस्पताल पहुंच गया और वहां के स्टाफ पर आरोप लगाया। पूछताछ में पता चला कि स्टाफ नर्स ने लापरवाही बरती। उसी ने चंद्रिका के शरीर में कपड़ा छोड़ दिया था। यह जानने के बाद राजेश भड़क गया और उसने जिला सर्जन को लिखित शिकायत दे दी।

राजेश ने बताया कि सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ने चीरा लगाने के बाद ब्लीडिंग को रोकने के लिए चंद्रिका के प्राइवेट पार्ट में दवाई लगाई थी, लेकिन जिस कपड़े से क्लीनिंग की और दवाई लगाई, उसे वहीं छोड़ दिया। डॉक्टरों ने चंद्रिका को टांके हटवाते समय इसे हटाने की सलाह दी थी, लेकिन स्टाफ नर्स ने उस पर ध्यान नहीं दिया। उसने कपड़ा हटाया नहीं, जिसका खामियाजा चंद्रिका को भुगतना पड़ा।

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