Date: 21/11/2024, Time:

एसडीएम को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा बोले- मैं गिरफ्तारी देने के लिए यहां पहुंचा हूं लेकिन पुलिस यहां नहीं है

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जयपुर 14 नवंबर। एसडीएम थप्पड़ कांड में फरार हुए नरेश मीणा ने समरावता में मीडिया से बातचीत की। बोले- मैं गिरफ्तारी देने के लिए यहां पहुंचा हूं लेकिन पुलिस यहां नहीं है। मैं पुलिस से भागा नहीं था, ये मेरा कैरेक्टर नहीं है।

देवली-उनियारा विधानसभा में हुए थप्पड़ कांड के बाद पुलिस ने नरेश मीणा को हिरासत में ले लिया था। इसी बीच हुए हंगामे में मीणा के फरार होने पर समरावता में देर रात हुई हिंसा के बाद एरिया में इंटरनेट बंद कर दिया गया। मौके की स्थिति यह है कि करीब 100 से ज्यादा कार, बाइक, जीपों में आग लगा दी गई। गांव वालों में अब डर का माहौल है। ग्रामीण कह रहे हैं कि पुलिस ने उनके परिवारों से युवाओं को हिरासत में ले लिया है। ग्रामीणों का कहना है कि हमारा कोई कसूर नहीं है। लेकिन पुलिस की कार्रवाई का खौफ ग्रामीणों में नजर आ रहा है।

नरेश मीणा ने आरोप लगाया कि उनके धरने में शामिल लोगों के लिए बाहर से खाना आया था। पुलिस ने टोल पर खाने के पैकेट रोक लिए। इस पर वह अकेले ही धरनास्थल से उठकर पुलिस अधिकारी से बात करने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने उनको पकड़ लिया। जैसे ही समर्थकों को पता चला तो वे नरेश मीणा को छुड़ा ले गए।

हंगामे में घायल होने की खबर के बाद आज सवेरे एक्स पर अपनी पोस्ट में नरेश मीणा ने लिखा कि मैं ठीक हूं। न डरे थे, न डरेंगे। साथ ही यह भी लिखा कि आगे की रणनीति बता दी जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि पुलिस को चमका देकर भागने वाला नरेश मीणा अब आगे की रणनीति बनाने में जुटा हुआ है। बहरहाल प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से पूरे इलाके में देर रात से इंटरनेट सेवा बंद कर रखी है। पूरा समरावता गांव छावनी में बदला हुआ है।

इधर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने डीजीपी यू आर साहू से मामले की जानकारी ली है और सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इस मामले में जलदाय विभाग मंत्री कन्हैयालाल मीणा से भी बात की है और स्थिति के बारे में जानकारी ली है।

पुलिस मुख्यालय से भी पूरे मामले पर नजर रखी जा रही है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर जयपुर से STF और RAC की तीन कंपनियों सहित अतिरिक्त फोर्स को उनियारा के लिए रवाना किया गया है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर विशाल बंसल पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है, आगजनी करने वाले आरोपियों की पहचान की जा रही है। मामले में 60 संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है। एडीजी ने कहा कि मुख्य आरोपी नरेश मीणा को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

बताते चले कि नरेश मीणा पहले कांग्रेस पार्टी का नेता था. लेकिन देवली-उनियारा सीट से निर्दलीय उपचुनाव लड़ने पर कांग्रेस ने नरेश मीणा को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निकाल दिया था. कांग्रेस ने देवली-उनियारा सीट से केसी मीणा को आधिकारिक प्रत्याशी बनाया है, जबकि इसी सीट से नरेश मीणा भी टिकट मांग रहा था. पार्टी ने उसे चेतावनी भी दी थी कि वो अपना नामांकन वापस ले ले. लेकिन नरेश ने उनकी बात नहीं मानी. जिस कारण उसे कांग्रेस ने पार्टी से निकाल दिया.

इससे पहले भी नरेश मीणा कांग्रेस से बगावत कर चुका था. 2023 के विधानसभा चुनाव में बगावत करते हुए नरेश ने छाबड़ा सीट से चुनाव लड़ा था. इसके बाद उसे राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा ने छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया था. लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान उसकी पार्टी में वापसी हो गई थी. उसने लोकसभा चुनाव में भी निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना लिया था, लेकिन बाद में पार्टी नेताओं ने उसे मना लिया था.

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