जब भी धरती कांपती है कितनों की ही बलि और बेइंतहा नुकसान करके ही शांत हो पाती है। पिछले कुछ समय से इसे लेकर कोई बहुत बड़ी त्रासदी की खबर तो सुनने को नहीं मिली लेकिन जब भी इसका असर नजर आता है तब कुछ ना कुछ तो जनविरोधी हो ही जाता है। बीती रात को धरती कांपी भूकंप के झटकों से एनसीआर क्षेत्र थर्रा गया लेकिन इससे संबंध तकनीकी के चलते भूकंपरोधी सिस्टम के कारण नमो भारत टेªन का संचालन कुछ समय के लिए रोका और कोई बड़ा हादसा सुनने को नहीं मिला। कुछ मकानों में दरार व नागरिकों में भय की बात जरूर सुनने को सामने आई। लेकिन सुबह सुबह डोली धरती ने मेरठ एनसीआर के साथ ही बिहार आदि में भी अपना असर दिखाया। लेकिन यह कह सकते हैं कि इस बारे में भले ही इंतजाम नाकाफी हो लेकिन जो थे वो कामयाब जरूर रहे। मुझे लगता है कि मानव जाति और आर्थिक व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए इस क्षेत्र में अभी और काम होना चाहिए। जिसके तहत अगर कहीं भूकंप आने की संभावना हो तो उसकी सूचना नागरिको तक पहुंच जाएं और वो कम से कम अपने जान माल बचाने का प्रयास कर सके। फिलहाल जानकारों के अनुसार
भूकंप में क्या करें
धैर्य बनाकर रखें और दूसरों को भी प्रेरित करें।
खुला स्थान भूकंप के दौरान सबसे सुरक्षित है। बिल्डिंग से दूर रहें।
घर में हैं तो डेस्क, मेज, बेड, दरवाजे के नीचे सुरक्षित स्थान लें।
यदि बाहर हैं तो बिल्डिंग और बिजली तारों से दूर हो जाएं।
बाहर जब तक ठहरें तब तक की कंपन ना रुक जाए।
यदि वाहन चला रहे हैं तो तुंरत रुक जाएं और इससे बाहर निकल जाएं।
पालतू जानवर को खोल दें ताकि वे बाहर जा सकें।
मोमबत्ती, माचिस और आग के स्रोत बंद कर दें।
भूकंप के बाद क्या करें
पर्याप्त पीने का पानी, खाने की वस्तुएं रखें।
फर्स्ट एड उपकरण, दवाइयां आसानी से पहुंच में रहें।
अफवाहें ना फैलाएं।
विश्वास बढ़ाने के लिए दूसरों की मदद करें।
भूकंप के बाद और झटकों के लिए तैयार रहें।
आम आदमी के साथ साथ जानकारों की इस बारे में राय पढ़ने सुनने को मिलती है उसके अनुसार वर्तमान में भूकंप कभी भी खतरनाक और विध्वंसक हो सकता है। जानकारेां का कहना है कि इससे बड़े नुकसान भी हो सकते हैं जिसे रोकने के लिए सरकार अन्य क्षेत्रों में बजट देकर वैज्ञानिकों से आविष्कार करा रही है उसी प्रकार भूकंप की जानकारी पूर्व में प्राप्त हो सके ऐसी व्यवस्था की जाए जिससे जान माल की हानि ना हो सके।
(प्रस्तुतिः रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
नमो भारत रूकी, भूकंप रोधी सिस्टम हो गया पास, लेकिन भविष्य में होने वाले विध्वंस को रोकने हेतु विकसित की जाए नई तकनीकी
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