नई दिल्ली 19 जून। दिल्ली-मेरठ कारिडोर पर करीब एक डेढ़ माह से चल रहे ट्रायल के बाद अब नमो भारत के इस पूरे ट्रैक पर संचालन की तैयारी भी शुरू हो गई हैं। ट्रेन संचालन के लिए जरूरी मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) की मंजूरी के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने काम शुरू कर दिया है। न्यू अशोक नगर से सराय काले खां तक सीएमआरएस मंजूरी के लिए निरीक्षण हो गया है। जून के अंतिम सप्ताह में मेरठ के लिए भी निरीक्षण हो जाएगा। इसके बाद जुलाई में ट्रेन संचालन का शेड्यूल तय किया जा सकता है। बता दें कि एनसीआरटीसी का लक्ष्य जून 2025 का ही है, लेकिन इसके संचालन का निर्णय केंद्र सरकार के स्तर पर लिया जाना है।
82 किमी लंबे ट्रैक पर सराय काले खां से मेरठ के मोदीपुरम तक नमो भारत का पहला कारिडोर जून के अंत तक पूरी तरह संचालन के लिए तैयार होगा। अभी दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ के बीच 55 किमी के ट्रैक पर ट्रेन का संचालन हो रहा है। बचे हुए करीब 27 किमी ट्रैक को भी संचालन के लिए तैयार कर लिया गया है। सभी स्टेशनों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। सराय काले खां स्टेशन पर भी प्रवेश और निकास के दो द्वार जल्द ही तैयार हो जाएंगे।
सूत्रों के मुताबिक जुलाई में पूरे रूट पर ट्रेन चल सकती है। अभी नमो भारत से प्रतिदिन 50 हजार से ज्यादा यात्री सफर कर रहे हैं। पूरे रूट पर संचालन के बाद यात्री संख्या में खासी वृद्धि होने की उम्मीद है। यात्रियों की सुविधा के लिए एनसीआरटीसी लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए भी लगातार निजी संचालकों से संपर्क कर रही है। पूरे रूट पर ट्रेन चलने के साथ लास्ट माइल कनेक्टिविटी पर भी कुछ बड़े फैसले लिए जा सकते हैं।
सराय काले खां स्टेशन पर काम अंतिम चरण में
नमो भारत के सराय काले खां स्टेशन पर काम अंतिम चरण में है। ट्रैक पर नमो भारत का परीक्षण सफलतापूर्वक चल रहा है। स्टेशन को रेल, बस अड्डे और मेट्रो के साथ-साथ रिंग रोड से जोड़ने का काम एक माह में पूरा कर लिया जाएगा। सराय काले खां नमो भारत का सबसे बड़ा स्टेशन होगा। यहां दिल्ली- मेरठ के साथ-साथ दिल्ली- करनाल और दिल्ली-गुरुग्राम एसएनबी वाली ट्रेनों का संचालन भी होगा। यात्री संख्या के हिसाब से ही यहां सबसे बड़ा स्टेशन डिजाइन किया गया है।