Date: 23/12/2024, Time:

शादी के बंधन में बंधे नागा चैतन्य-शोभिता धूलिपाला, अन्नपूर्णा स्टूडियो में लिए सात फेरे

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हैदराबाद 05 दिसंबर। पिछले कई दिनों से साउथ एक्टर नागा चैतन्य और शोभिता धूलिपाला की शादी फिल्मी गलियारों में सुर्खियां बटोर रही हैं. अलग अलग रीति रिवाजों की तस्वीर नागा और शोभिता ने सोशल मीडिया पर शेयर भी कीं. अब आखिरकार बुधवार 4 दिसंबर को कपल ने जीवनभर एक दूसरे का साथ निभाने की कस्में खाईं. नागा और चैतन्या ने हैदराबाद के अन्नपूर्णा स्टूडियो में सात फेरे लिए.

नागा और शोभिता ने अपने परिवार, करीबी रिश्तेदार और इंडस्ट्री के खास दोस्तों की मौजूदगी में शादी की. फैंस बेसब्री से इस दिन के इंतजार में थे. तय मुहूर्त पर ही इस जोड़े ने सात फेरे लिए और जिंदगीभर एक-दूसरे का साथ निभाने की कस्में खाईं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नागा चैतन्य और शोभिता शादी की रस्मे पूरा करने के बाद तिरुपति बालाजी मंदिर या श्रीशैलम मंदिर जा सकते हैं.

अपनी ग्रैंड शादी में नागा चैतन्य ने लीजेंडरी ग्रैंडफादर अक्किनेनी नागेश्वर राव की याद में पारंपरिक पंचा पहना जिसे उन्होंने कुर्ते के साथ पेयर किया. वहीं, शोभिता धुलिपाला ने कांजीवरम सिल्क साड़ी पहनी. उनकी शादी तेलुगू रीति-रिवाजों के अनुसार हुई.
दोनों की शादी की तस्वीरें नागा चैतन्य के पिता एक्टर नागार्जुन ने शेयर की है। इन तस्वीरों में शोभिता गोल्ड इंब्राइडरी वाली कांजीवरम सिल्क साड़ी और हैवी गोल्ड जूलरी में दिखाई दे रही हैं, तो वहीं नागा चैतन्य ऑफ वाइट कुर्ता और धोती पहने दिखें।
नागार्जुन ने दोनों की फोटोज शेयर करते हुए लिखा- ‘शोभिता और नागा को एक साथ इस खूबसूरत अध्याय की शुरुआत करते देखना मेरे लिए एक स्पेशल और इमोशनल मोमेंट है। मेरे प्यारे बेटे को बधाई, और प्रिय शोभिता का परिवार में स्वागत है। आप पहले ही हमारे जीवन में बहुत सारी खुशियां ला चुकी हैं।’

तस्वीरों में चैतन्य और शोभिता तेलुगु ब्राह्मण रीति-रिवाजों को निभाते नजर आ रहे हैं। एक रस्म में दोनों ने एक दूसरे के सिर पर हाथ रखा हुआ है। इस रस्म को जीलाकारा बेलम कहते हैं। इसमें जीरे और गुड़ का पेस्ट दूल्हा-दुल्हन के हाथ में दिया जाता है। इस रस्म में दोनों एक दूसरे के सिर पर अपना पेस्ट लगा हुआ हाथ रखते हैं। ये रस्म इसलिए की जाती है कि दूल्हा-दुल्हन हर मुश्किल और अच्छे समय में एक दूसरे का साथ देंगे। मान्यता ये भी है कि एक दूसरे के सिर पर पेस्ट लगाकर दूल्हा-दुल्हन अपने विचारों और किस्मत को एक-दूसरे के साथ जोड़ते हैं।

साउथ की शादियों में दुल्हा-दुल्हन के बीच पर्दा भी किया जाता है। इस रस्म को तेरासला कहा जाता है। इस रस्म में शादी से पहले दूल्हा-दुल्हन एक दूसरे को नहीं देख सकते। ये पर्दा जीलाकारा बेलम रस्म के बाद हटाया जाता है, जिसके बाद शादी सम्पन्न मानी जाती है। साथ ही साउथ की शादियों में दूल्हा, अपनी दुल्हन को मंगलसूत्र पहनकर उसमें तीन गांठ बांधता है। इसका मतलब है दूल्हा, विचार, बोल और कर्म से दुल्हन को अपनी पत्नी स्वीकार कर रहा है।

नागा और शोभिता ने अगस्त में सगाई की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों की प्राइवेट सेरेमनी नागा चैतन्य के पिता नागार्जुन के घर पर हुई थी। नागार्जुन का घर हैदराबाद के पॉश एरिया जुबली हिल्स में स्थित है।

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