मुरादाबाद 26 मई। दुबई से पेट में सोना छिपाकर लाने वाले तस्करों के चार बार के शौच में एक किलो 15 ग्राम सोना निकला। 35-35 ग्राम के कुल 29 कैप्सूल निकले। जिनका कुल वजन एक किलो 15 ग्राम है। जिसकी कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक है। सोना बरामदगी के बाद आरोपितों से पूछताछ में हैरान करने वाली बात सामने आई।
पता चला कि आरोपित सोना तस्कर गिरोह का हिस्सा हैं जिसका सरगना रामपुर के टांडा बादली का ही है। गिरोह में आरोपित करियर के रूप में काम करते थे। एक सप्ताह के इस काम में प्रत्येक चक्कर के आरोपितों 50 हजार रुपये मिलते थे। आरोपितों का छठें माह में यह छठवां चक्कर था।
आरोपितों को जिला अस्पताल की इमरजेंसी में निगरानी में रखा गया है। एक बार फिर से सभी का एक्सरे कराया जाएगा। जिससे स्पष्ट हो सके कि कोई कैप्सूल रह तो नहीं गया। इधर, तस्करी का मामला होने के चलते दिल्ली से कस्टम विभाग की दो सदस्यीय टीम भी आरोपितों से पूछताछ में जुटी है।
एसएसपी सतपाल अंतिल ने बताया कि चारों के पेट से कुल 29 कैप्सूल निकले हैं। आरोपितों का एक गिरोह है जिसमें चारों करियर हैं। सरगना की तलाश कर जल्द ही पूरे गिरोह का राजफाश किया जाएगा।
रामपुर के टांडा बादली निवासी शाने आलम, मुतल्लिब, अजरूद्दीन और जुल्फिकार को आठ दिन पहले सोना तस्करी के लिए दुबई भेजा गया था। इन चारों ने 35-35 ग्राम के सोने के कैप्सूल मुंह से निगल लिए। पेट में सोने के कैप्सूल लेकर यह शुक्रवार सुबह दुबई से लौट आए। मुंबई होते हुए दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे। यहां उसी समय सऊदी अरब से लौटे पड़ोसी मुहम्मद नावेद और जाहिद मिल गए।
नावेद और जाहिद सऊदी अरब में नौकरी करते थे। दोनों तीन साल बाद घर लौट रहे थे। एयरपोर्ट से लेने के लिए टांडा बादली निवासी चालक जुल्फिकार पहुंचा। सोना तस्करों को कार मिली तो यह भी उसी में सवार हो गए। मुरादाबाद में लखनऊ-दिल्ली हाईवे पर पहुंचते ही छह बदमाशों ने सभी का अपहरण कर लिया था। बाद में मुठभेड़ में दो बदमाश पकड़ लिये गए। पेट में सोना होने की जानकारी पर सभी छह युवकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। अल्ट्रासाउंड कराया गया जिसमें कुछ ना निकला। तब एक्सरे हुआ। जिसमें कैप्सूल होने की बात सामने आई। लिहाजा, सोना होने का शक गहरा गया। इसी के बाद डाक्टरों की निगरानी में उसे निकलवाने की प्रक्रिया शुरू हुई। शाने आलम, मुतल्लिब, अजरूद्दीन और जुल्फिकार के पेट से शनिवार देररात तक नौ कैप्सूल निकले। रविवार को फिर से प्रक्रिया शुरू हुआ। पेट से कैप्सूल निकलवाने के लिए फिर से चारों को पहले बिरयानी के साथ कोल्ड ड्रिंक पिलवाई। केला भी खिलवाया।
साथ ही दवाई दी जिससे पेट खराब हो और आरोपित शौच करे। रविवार जब आरोपितों ने शौच किया तब कैप्सूल की संख्या बढ़कर 12 हो गई। चार बार के शौच में 29 कैप्सूल निकले। तीन सीओ की टीमों ने अलग-अलग तस्करों से पूछताछ की जिसमें तस्कर गिरोह निकलकर सामने आया। जिसमें चारों करियर है। सोना लाने के लिए 50-50 हजार रुपये मिले थे। आठ दिन पहले ही सोना लाने के लिए ही दुबई गए थे।