Date: 22/11/2024, Time:

मेरठ के युवक ने फ्लैट में उगाया गांजा, डार्क वेब पर बेचा, 50 लाख का माल बरामद

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ग्रेटर नोएडा / मेरठ 13 नवंबर (प्र)। सेक्टर- 31 स्थित पार्श्वनाथ पनोरमा सोसाइटी के एक फ्लैट में अवैध रूप से गांजे की खेती करने वाले आरोपी को नारकोटिक्स सेल, इकोटेक वन और बीटा टू पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार किया। आरोपी के द्वारा फ्लैट के अंदर गमले में कैनाबिस के पौधे उगाए जा रहे थे। डार्क वेब के जरिए गांजे की सप्लाई की जा रही थी। पुलिस ने फ्लैट से करीब 50 लाख कीमत का गांजा और कच्चे माल समेत अन्य सामान बरामद किया है।

डीसीपी साद मियां खान ने बताया कि स्थानीय स्तर से सोमवार को पुलिस को इनपुट मिला कि एक सोसाइटी में किराये का फ्लैट लेकर रह रहा मेरठ का राहुल चौधरी कमरे के अंदर ही कैनाबिस के पौधे उगा रहा है। इसके बाद पुलिस की संयुक्त टीमों ने छापेमारी कर राहुल को दबोच लिया। फ्लैट के अंदर ही आरोपी ने ओजी गांजे की खेती का पूरा सेटअप तैयार किया हुआ था। 80 गमलों में यहां उसने कैनाबिस के पौधे उगाए थे। इसके लिए उसने फ्लैट में एसी लगवा रखे थे और फुल स्पेक्ट्रम प्लांट ग्रोइंग लाइट की सहायता से कैनबिस के बीजों को गमलों में प्रत्यारोपित कर फसल तैयार की जा रही थी। पुलिस का कहना है कि इस तरह की इनडोर फार्मिंग अपराध की एक नई प्रवृत्ति है। पुलिस इस आरोपी के विदेशी लिंक के बारे में भी जानकारी कर रही है।

ऐप पर हुआ था पैसे का लेनदेन
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपी राहुल चौधरी ने विदेशी वेबसाइट सिड्समैन के माध्यम से ऑनलाइन ऑर्डर कर कैनाबिस का बीज आयात किया था। बीज की खरीदारी के लिए पेपल एप्स के माध्यम से रुपये का लेनदेन हुआ था।
पुलिस को शक है कि कैलिफोर्निया से बीज मंगवाया गया। इसके बारे में अभी जांच की जा रही है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि आरोपी ने काफी पौधे तैयार भी कर लिए थे। आरोपी पहले जगत फार्म बाजार में एक रेस्टोरेंट चलाता था।

फसल के हिसाब से फ्लैट में किए थे बदलाव
पुलिस ने बताया कि बॉलीवुड में जब ड्रग्स का मुद्दा छाया हुआ था, तभी नशे की दुनिया पर आधारित एक वेब सीरीज आई थी। राहुल चौधरी इस वेब सीरीज से इतना प्रभावित हुआ कि उसने गांजे का व्यापार करने की योजना बना ली। उसने फ्लैट में सेटअप तैयार किया था। सही तापमान के लिए एसी लगवा रखे थे।

पहली फसल ही उगा पाया था आरोपी
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि यह उसकी पहली फसल थी। वह 15 गमलों में ही उगे गांजे की सप्लाई कर पाया था। उसने जितने भी ग्राहक तलाशे, सभी डार्क वेब पर मिले थे। ग्राहक मुंह ढककर आते थे और आरोपी से गांजे लेकर चले जाते थे। उच्च गुणवत्ता के माल के लिए ग्राहक ने आरोपी को मुंहमांगी कीमत भी दी। डार्क चौव का खरीदार होने के कारण आरोपी और ग्राहक ने एक दूसरे को पहचान नहीं बताई।

पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने OTT सीरीज और फिल्में देख कर गांजे की खेती के बारे में सीख गया था. पुलिस टीम आरोपी के नेटवर्क की जांच में जुटी हुई है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि क्या इसमें कोई और व्यक्ति भी शामिल है.

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