Date: 23/12/2024, Time:

मायावती ने मुस्‍ल‍िम समाज को लेकर जाह‍िर की नाराजगी, कहा-अब सोच समझकर टिकट देंगे

0

लखनऊ 05 जून। लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों पर बसपा प्रमुख मायावती ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने मुस्लिमों पर हार का ठीकरा फोड़ा है. मायावती ने कहा कि भविष्य में सोच समझकर फैसला लेंगे. मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी का खास अंग मुस्लिम समाज उचित प्रतिनिधित्व देने के बावजूद भी बसपा को ठीक से नहीं समझ पा रहा है. तो अब ऐसी स्थिति में आगे इनको सोच समझकर ही चुनाव में पार्टी के द्वारा मौका दिया जाएगा. ताकि पार्टी को आगे भविष्य में इस बार की तरह भयंकर नुकसान न हो. मायावती ने सोशल मीड‍िया पर एक पोस्‍ट के जर‍िए मुस्‍ल‍िम समाज को लेकर नाराजगी जाह‍िर की है।

मायावती ने कहा कि मुसलमानों ने हमे वोट नहीं दिया जबकि मैंने हमेशा इन्हें टिकट दिया. उन्होंने कहा कि मेरी अपनी जाति ने बीएसपी को वोट किया. मायावती को यूपी के नतीजों से बहुत बड़ा झटका लगा है. उनकी पार्टी यूपी में एक भी सीट नहीं जीत पाई है. यूपी में बसपा का वोट प्रतिशत 9.39 है. वहीं, अगर देश की बात करें तो पूरे देश में बीएसपी का वोट प्रतिशत केवल 2.04 है.
मायावती ने कहा, श्श्इस लोकसभा चुनाव में और पिछले चुनावों में भी मुसलमानों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया, लेकिन हमें पर्याप्त समर्थन नहीं मिला और वे हमें ठीक से समझ नहीं पाए। इसलिए अब से हम सोच-समझकर ही उन्हें मौका देंगे, ताकि पार्टी को ऐसा नुकसान न हो।

चुनाव में हार क बाद मायावती ने प्रत‍िक्र‍िया देते हुए कहा, श्श्जैसा कि सर्वविदित है कि देश में 18वीं लोकसभा के लिए सात चरणों में हुआ आमचुनाव अब लगभग ढाई महीने के लंबे समय के बाद, आज चुनाव परिणाम के साथ अपने समापन पर है, जबकि हमारी पार्टी चुनाव आयोग से शुरू से ही यह मांग करती रही है कि चुनाव बहुत लम्बा नहीं खिंचना चाहिए, बल्कि आम लोगों के हितों के साथ-साथ, चुनाव ड्यूटी में लगने वाले लाखों सरकारी कर्मचारियों तथा सुरक्षाकर्मियों आदि के व्यापक हित व सुरक्षा आदि को ध्यान में रखते हुए यह चुनाव अधिक से अधिक तीन या चार चरणों में ही कराया जाना चाहिए था।

मायावती ने आगे कहा, श्श्ऐसा न होने पर लोकसभा का यह चुनाव लगभग पूरे समय ख़ासकर जोरदार गर्मी की तपिश से जनजीवन के अस्त-व्यस्त होने के कारण काफी ज्यादा प्रभावित रहा है। विशेषकर गरीब तबकों व अन्य मेहनतकश लोगों के चुनावी उत्साह में भी काफी कुछ फर्क पड़ने के कारण, उम्मीद के विपरीत, वोट प्रतिशत भी काफी प्रभावित हुआ है। जो चिन्ता का प्रमुख कारण बना रहा और यह लगातार मीडिया की सुर्खियों में भी रहा। ऐसे में यह उम्मीद की जाती है कि लोकतंत्र व आमजन के व्यापक हित के मद्देनजर, आगे चुनाव कराते समय चुनाव आयोग द्वारा लोगों की इन ख़ास परेशानियों को ज़रूर ध्यान में रखा जाएगा।श्श्
बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा क‍ि चुनाव के दौरान देशभर में लगभग पूरे समय मंहगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि से त्रस्त लोगों में यह आम चर्चा रही कि यदि चुनाव फ्री एंड फेयर हुआ व ईवीएम में कोई गड़बड़ी आदि नहीं हुई तो फिर चुनाव परिणाम निश्चय ही, ख़ासकर रूलिंग पार्टी के नेताओं के दावों के अनुसार नहीं होकर, चौंकाने वाला ज़रूर होगा।

और आज जब लोकसभा चुनाव का जो भी व जैसा भी नतीजा आया है वह लोगों के सामने है, और उन्हें ही, अब देश के लोकतंत्र, संविधान व देशहित आदि के बारे में सोचना और फैसला करना है कि यह जो चुनाव परिणाम आया है उसका आगे उन सबके जीवन पर क्या फर्क (असर) पड़ने वाला है तथा उनका अपना भविष्य कितना शान्त, व सुरक्षित रह पाएगा?
इसके अलावा, इस चुनाव में ख़ासकर यूपी की तरफ पूरे देश की निगाहें टिकी हुई थीं और यहां भी जो परिणाम सामने आया है वह भी जनता के सामने है। हमारी पार्टी इसको गंभीरता से लेकर इसका हर स्तर पर गहराई से सही विश्लेषण करेगी और पार्टी व मूवमेन्ट के हित में जो भी ज़रूरी होगा तो उसको लेकर ठोस कदम भी उठाएगी क्योंकि बी.एस.पी. एक राजनीतिक पार्टी के साथ-साथ लोगों के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान का एक मूवमेन्ट भी है।

Share.

Leave A Reply