अजमेर 08 मार्च। पुलिस की मौजूदगी में अजमेर के सिटी स्क्वॉयर, मीराज मॉल और अन्य बाजारों में वकीलों ने जमकर तोड़फोड़ की। बंद के दौरान मुठ्ठी भर पुलिस के जवान वकीलों को रोकने में असफल रहे। अजमेर रेलवे स्टेशन के सामने होटल और दुकान खुली देख वकील भड़क गए। उन्होंने दुकान-होटल की जाली पर डंडे मारे। दुकानों के सामान भी फेंक दिए। इस दौरान कुछ वकील गुस्साए साथियों को शांत कराते भी नजर आए। उधर, हत्या के विरोध में आज पुष्कर, नसीराबाद और ब्यावर बंद रहा। हालांकि, इस दौरान कई स्थानों पर हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाएं भी सामने आईं।
शनिवार सुबह अजमेर कोर्ट के बाहर बड़ी संख्या में वकील इकट्ठा हुए। अजमेर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सिंह रावत ने सभी अधिवक्ताओं को रूट की जानकारी दी और शांतिपूर्ण तरीके से बंद कराने की अपील की। लेकिन जब वकीलों ने बाजारों में खुली दुकानें देखीं, तो उनका आक्रोश फूट पड़ा।
अजमेर रेलवे स्टेशन के पास कुछ होटल और दुकानें खुली देख वकील नाराज हो गए। उन्होंने दुकानों के जाली पर डंडे मारे, तोड़फोड़ की और सामान फेंक दिया। कई वकील अपने गुस्साए साथियों को शांत कराने की कोशिश करते दिखे, लेकिन उग्र भीड़ काबू से बाहर थी। रामगंज चौराहे पर भी वकीलों ने प्रदर्शन किया। वहां से गुजर रहे टेंपो को रोककर सवारियों को नीचे उतरने के लिए मजबूर किया गया। मॉल के गेट और कुर्सियों को भी नुकसान पहुंचाया गया।
ब्यावर में पुलिस से झड़प
ब्यावर रोड स्थित सब्जी मंडी में वकीलों ने जबरन दुकानों को बंद कराया। एक वकील के हाथ में डंडा था, जिसे लेकर पुलिसकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच छीना-झपटी हुई। इसके बाद आंदोलनकारी उग्र हो गए और पुलिस से झड़प हो गई।
पुष्कर और नसीराबाद में भी बंद
अजमेर के अलावा पुष्कर और नसीराबाद में भी बंद पूरी तरह सफल रहा। बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा और अधिकांश दुकानें बंद रहीं।
गौरतलब है कि एक मार्च को भी अजमेर शहर बंद रखा गया था। बिजयनगर गैंगरेप-ब्लैकमेल कांड के विरोध में यह निर्णय लिया गया था। पिछले एक हफ्ते में दूसरी बार अजमेर शहर बंद रखा गया है।