Date: 23/12/2024, Time:

महाकुंभः 45 दिन में चलेगी 13 हजार ट्रेनें

0

प्रयागराज 09 दिसंबर। महाकुंभ की शुरुआत में अब ज्यादा समय नहीं बचा है. प्रयागराज में इस बार महाकुंभ को भव्य बनाने की तैयारी चल रही है. आगामी महाकुंभ मेले के लिए उत्तर रेलवे और स्थानीय प्रशासन द्वारा हर स्तर पर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं. ऐसे में यहां जोर-शोर से तैयारी चल रही है. यात्रियों की सुविधान के लिए महाकुंभ के दौरान प्रयागराज से अयोध्या तक रिंग रेल सेवा शुरू करने की घोषणा भी की गई है. रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को बनारस स्टेशन पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि रेलवे ने आधुनिकीकरण की दिशा में कदम बढ़ाए हैं. प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 में करीब 40-45 करोड़ श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आने की उम्‍मीद है। महाकुंभ 2025 के मद्देनजर रेलवे द्वारा इस बार 3000 स्पेशल ट्रेनों के साथ 13000 से अधिक रेलगाड़ियों का संचालन करेगा।

महाकुंभ 2025 की तैयारियों पर रेलवे अकेले प्रयागराज में ही पिछले 2 साल में 5000 करोड़ से अधिक की धनराशि खर्च कर चुका है। यह जानकारी प्रयागराज पहुंचे केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी है।

उन्‍होंने बताया, प्रयागराज क्षेत्र में सुगम रेल परिचालन के लिए 21 रोड ओवर ब्रिजों और रोड अंडर ब्रिजों का निर्माण किया गया है। वर्ष 2019 में आयोजित कुम्भ मेला में 7000 गाड़ियों का संचालन किया गया था, जबकि इस बार 16000 से भी अधिक ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। महाकुंभ 2025 को देखते हुए पहली बार छोटी दूरी के लिए बड़ी संख्या में मेमू ट्रेन का इंतजाम किया जा रहा है। महाकुंभ 2025 की रेगुलर गाड़ियों में दोनों तरफ इंजन लगाया जाएगा जिससे समय की बचत होगी । वहीं श्रद्धालुओं और रेलयात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी।

बनारस से प्रयागराज के मध्य रेल ट्रैक के दोहरीकरण से ट्रेनों की स्पीड बढ़ी है। इसी खंड में झूंसी से दारागंज के मध्य गंगा नदी पर 100 वर्ष बाद नया रेल ब्रिज बन कर तैयार हो चुका है। फाफामऊ-जंघई के बीच दोहरीकरण होने से ट्रेन परिचालन क्षमता में वृद्धि हुई है।

महाकुंभ 2025 के दौरान बेहतर सुविधाओं के लिए विभिन्न स्टेशनों पर 43 स्थायी होल्डिंग एरिया का निर्माण किया गया है। प्रयागराज क्षेत्र के सभी स्टेशनों पर सभी फुट ओवर ब्रिजों पर वनवे ट्रैफिक की व्यवस्था की गई है। वहीं प्रयागराज क्षेत्र में सुगम रेल परिचालन के लिए 21 रोड ओवर ब्रिजों और रोड अंडर ब्रिजों का निर्माण हो चुका है।

रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि महाकुंभ को देखते हुए रेलवे पिछले तीन सालों से तैयारी कर रहा है. नए वेटिंग एरिया, होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं. ट्रेनों के निर्बाध परिचालन के लिए पटरियों का दोहरीकरण किया गया है. प्लेटफार्मों की संख्या बढ़ी है. नए एफओबी, आरओबी और आरयूबी बने हैं. ऑटोमेटिक सिग्नलिंग से परिचालन, यार्ड रीमॉडलिंग और प्लेटफॉर्मों पर अत्याधुनिक उपकरण लगाये गए हैं. आमजन की सहूलियत के लिए गाड़ियों में जनरल कोच बढ़ाए जाएंगे.
वहीं महाकुंभ के दौरान मोबाइल टिकटिंग का भी उपयोग किया जाएगा. इसके अलावा QR कोड लगाए जाएंगे, जिससे टिकट को डायरेक्ट ऐप से डाउनलोड किया जा सकेगा.

Share.

Leave A Reply