लखनऊ 21 फरवरी। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने गुरुवार को यूपी का बजट पेश कर दिया. ये आठ लाख करोड़ से ज्यादा का बजट है. योगी सरकार इसके लिए अपनी पीठ थपथपा रहा है तो वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पर पलटवार किया है. सपा अध्यक्ष ने इस बजट को पूरी तरह खाली बजट बताया और कहा कि इसमें किसानों और महिलाओं के लिए कुछ भी नहीं है. इस बजट से व्यापारियों और बेरोजगारों की चिंता बढ़ गई है.
सपा अध्यक्ष ने एक्स पर लिखा- ‘ये बजट नहीं बड़ा ढोल है, जिसमें आवाज़ तो बहुत है पर अंदर से खाली है. ये बजट खोखला बजट है. इस बजट का झोला खाली है. जनता को लग रहा है बजट आया ही नहीं… वो पूछ रही है… ‘प्रवचन’ तो आ गया बजट कब आएगा? बजट देखकर… किसानों की उम्मीद का खेत सूख गया है. बजट देखकर… महिलाओं के माथे पर घर चलाने की चिंता की लकीरें और बढ़ गयी है.
बजट देखकर… बेरोजगारों की आंखों के आगे अंधेरा छा गया है. बजट देखकर… व्यापारियों, कारोबारियों और दुकानदारों पर मंदी की मार और गहरा गयी है. बजट देखकर… भाजपा के मंत्री और विधायकों के गले सूख गये हैं क्योंकि अपने विभागों और विधानसभाओं में तो उन्हें ही महंगाई, बेरोजगारी, बेकारी से जूझ रहे लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ेगा. बजट देखकर… बुनकरों का ताना-बाना रूक गया है… हथकरघे ख़ामोश हो गये हैं…बजट देखकर… जनता पूछ रही है: जुमला मंत्रालय को कितना बजट दिया गया है.’
इससे पहले सपा अध्यक्ष ने गुरुवार को भी प्रेस कॉन्फ्रेस कर इस बजट को खोखला करार दिया था. उन्होंने कहा कि ये बीजेपी सेकेंड लास्ट बजट था. अब एक और बजट पेश होगा और फिर हमे नई सरकार चुनने का मौका मिलेगा. ये बिना विजन के बजट लाए हैं. जिसमें सरकार का कोई रोडमैप तय नहीं था. सरकार जो ये दावा कर रही है कि ये सबसे बड़ा बजट है इसका कोई मतलब नहीं है क्यों हर बजट पिछले बजट से ज्यादा होगा.