Date: 16/09/2024, Time:

आगरा में मारे गये बुलंदशहर के दरोगा प्रशांत के हत्यारों को उम्रकैद

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बुलंदशहर 12 जुलाई। जिले के छतारी के मोहल्ला होली दरवाजा निवासी दरोगा प्रशांत यादव की आगरा के खंदौली गांव नेहरी में आरोपी ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में आगरा कोर्ट ने हत्यारे को आजीवन सश्रम कारावास की सजा सुनाई। 3 साल बाद आए कोर्ट के फैसले से शहीद के परिजन संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि न्याय मिल गया।

आगरा के गांव नेहरी में 24 मार्च 2021 को एक विवाद हुआ था। जिसमें दरोगा प्रशांत यादव पुलिस बल के साथ गांव में पहुंचे थे। जहां पर आरोपी विश्वनाथ ने दरोगा प्रशांत यादव पर गोली चला दी थी। इसके बाद प्रशांत यादव की मौत हो गई थी। करीब 3 वर्ष से कोर्ट में चल रहे मामले में फैसला आया है। आगरा न्यायालय ने हत्या में दोषी पाए गए विश्वनाथ को आजीवन सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। कोर्ट के इस फैसले से शहीद दरोगा के परिजन संतुष्ट हैं। शहीद एसआई प्रशांत यादव के साले ऋषभ यादव ने बताया कि वह न्यायालय के इस फैसले का सम्मान करते हैं उन्हें न्याय मिला है।

इकलौते बेटे थे दरोगा प्रशांत
छतारी के मोहल्ला होली दरवाजा निवासी प्रशांत यादव उत्तर प्रदेश पुलिस में 2015 बैच के सब इंस्पेक्टर थे। जिनकी तैनाती आगरा के खंदौली थाने में थी। प्रशांत यादव इकलौते बेटे थे। परिवार के सभी बड़े सदस्यों के लाडले भी थे।

जिले के एक मार्ग का नाम शहीद प्रशांत यादव के नाम पर होने की आस
शहीद प्रशांत यादव के साले ऋषभ यादव ने बताया कि पूर्व में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद की एक सड़क का नामकरण शहीद के नाम पर करने की घोषणा की थी। इसके संबंध में सीएम ऑफिस की ओर से ट्विटर पर ट्वीट किया गया था, लेकिन अभी तक जनपद की कोई सड़क का नामकरण शहीद के नाम पर नहीं किया गया है। उन्हें आशा है कि जल्द ही जनपद की एक सड़क का नाम शहीद के नाम पर किया जाएगा।

शहीद की पत्नी कर रहीं हैं टीचिंग की तैयारी
प्रशांत यादव का 8 वर्षीय पुत्र है। जिसकी देखरेख शहीद की पत्नी करती हैं । हाल फिलहाल में शहीद की पत्नी टीचिंग की तैयारी कर रही हैं।

पिता की सड़क हादसे में हो गई थी मौत
छतारी निवासी रमेश चंद कासगंज में रहकर ट्रांसपोर्ट का काम करते थे। सड़क दुर्घटना में रमेश चंद हो गई थी। पिता की मौत के बाद मां गायत्री देवी बहन अलका व चचेरी बहन शालू, शिवानी, अंजली के साथ घर की जिम्मेदारी प्रशांत के ऊपर आ गई। पढ़ाई करने के बाद प्रशांत 2015 में यूपी पुलिस में दरोगा हुए थे।

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