सोनभद्र 09 नवंबर। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक गिरोह ने फिल्मी स्टाइल में यूट्यूब से नकली नोट छापने का तरीका सीखा. फिर उसने न सिर्फ नकली नोट छापा बल्कि बाजार में उसे खपा भी दिया. तरीका सक्सेस होने के बाद गिरोह ने नकली नोट छापने का दायरा बढ़ा दिया. उन्होंने तीस हजार रुपए कीमत की नकली नोट को स्थानीय बाजार में चलाया. पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है.
मामला कोन थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है, जहां एक गिरोह कई दिनों से नकली नोट तैयार कर रहा था. अपर पुलिस अधीक्षक कालू सिंह ने नकली नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. उन्होंने बताया कि गिरोह के दो सदस्य प्रमोद मिश्रा निवासी चूर्क बाजार थाना राबर्ट्सगंज जिला सोनभद्र और सतीश राय निवासी नौगरहा थाना चुनार जिला मिर्जापुर नकली नोट छापने का गिरोह चलाते थे. इसके लिए मिर्जापुर से स्टांप पेपर लाकर उस पर नकली नोट छापते थे.
पुलिस ने बताया कि गिरोह के सदस्यों ने 10 रुपये के स्टांप पेपर पर 500 रुपये के नोट छाप दिए और उसे स्थानीय बाजार में चलाया. एएसपी कालू सिंह ने बताया कि गिरोह ने पकड़े जाने के बाद जो तरीका बताया उसे सुन पुलिस भी हैरान हो गई. उन्होंने बताया कि मिर्जापुर से स्टांप को लाते थे दस रुपए के स्टांप पर 500 रुपए के नोट को स्कैन करते और प्रिंटर से प्रिंट करते थे।
गिरोह के लोगों ने शुरुआत में धीमी गति से नोट छाप का मार्केट में चलाने का प्रयास किया. तरीका सक्सेज होने के बाद 30 हजार रुपये कीमत के नोट छापकर बाजार में चलाया. सदस्यों ने 500-500 रुपयों की दस हजार कीमत के नोट पर एक ही सीरियल के नोट छापे थे. पुलिस ने 10 रुपये के 27 स्टांप पेपर को बरामद किया. साथ ही आरोपियों के पास से 20 हजार रुपये कीमत के 500 नोट भी बरामद किए. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर एक कार से स्कैनर, प्रिंटर और लैपटॉप बरामद किया है. पुलिस ने आरोपियों पर धारा 178, 179, 180, 181 बीएनएस के तहत केस दर्ज किया है.