बरेली 11 सितंबर। बरेली में डीफार्मा के छात्रों से 3.69 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी मामले में आरोपी शेर अली जाफरी और उसके बेटे फिरोज अली जाफरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। शेर अली जाफरी सीबीगंज स्थित खुसरो कॉलेज का चेयरमैन है। उसके खिलाफ सीबीगंज थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है। एसआईटी मामले की जांच कर रही है। एसआईटी ने बुधवार सुबह खुसरो कॉलेज से आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार किया।
सीबीगंज स्थित खुसरो कॉलेज के चेयरमैन शेर अली जाफरी और उनके बेटे पर 369 छात्रों को डीफार्मा व अन्य कोर्स की फर्जी डिग्री बांटने और पौने चार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। छात्रों की शिकायत पर जांच में आरोपों की पुष्टि हुई। इसके बाद शासन के आदेश पर राजकीय पॉलिटेक्निक के प्रधानाचार्य ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने कूटरचित तरीके से गबन कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ की बात कही थी।
खुसरो कॉलेज से जुड़े मामलों में अब तक चार मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। तीन मुकदमे शेर अली जाफरी, उसके बेटे व प्राचार्य आदि के खिलाफ दर्ज हैं। एक मामला खुसरो कॉलेज के प्राचार्य की ओर से दर्ज कराया गया है। इन मुकदमों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी ने सोमवार को सीबीगंज थाने में खुसरो कॉलेज के पूर्व प्राचार्य कामिल हसन से चार घंटे तक पूछताछ की।
पूछताछ में कामिल ने बताया कि डीफार्मा कोर्स के नाम पर 379 छात्र-छात्राओं से 3.69 करोड़ रुपये वसूलने के बाद उन्हें फर्जी प्रमाणपत्र दे दिए गए। कई बिंदुओं पर पूर्व प्राचार्य ने एसआईटी को गुमराह करने की कोशिश भी की थी। पीड़ित छात्र-छात्राओं के बयान भी दर्ज किए गए। इसके बाद बुधवार को एसआईटी ने शेर अली जाफरी और उनके बेटे फिरोज अली को गिरफ्तार कर लिया है। इसी मामले में एक अन्य मुख्य आरोपी डॉ. विजय शर्मा अभी फरार है। उसने अपनी आस्था कंसलटेंसी के जरिये जाफरी से डीफार्मा की डिग्री दिलवाने का अनुबंध किया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि खुसरो कॉलेज के प्राचार्य से एसआईटी ने दोबारा पूछताछ की है। खुसरो अस्पताल के सत्यापन के लिए सीएमओ को लिखा गया है। सीएमओ की रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई तेज की जाएगी।