उत्तरी भारत के प्रसिद्ध एवं स्वतंत्रता संग्राम की पृष्ठभूमि से जुड़े भक्तों की धार्मिक आस्था के प्रतीक काली पलटन मंदिर के आसपास की व्यवस्थाओं को लेकर अब सुबह 4 बजे से रात 10 बजे तक मंदिर खुला हो या बंद भगवान के दर्शन करने आने वाले भक्तों में चर्चा होने लगी है कि आखिर मंदिर कमेटी सड़क सुधार और आसपास के सौन्दर्यकरण पर भरपूर पैसा दान के रूप में आने और मौजूद होने के बाद भी क्यों नहीं दे रही है ध्यान।
कुछ भक्तों का कहना है कि वेस्ट एण्ड रोड़ से मंदिर तक आने वाले मार्ग पर हो रहे गड्ढों और टूटी सड़क दुर्घटना का कारण बनती है तो यहां उड़ने वाली धूल तथा नैंसी की ओर मुड़ने वाले चौराहे तक जो सड़क सही होने के बावजूद वहां गंदगी विभिन्न तरीके से नजर आती है उसे साफ कराने और मंदिर को जोड़ने वाले तीनों मार्गों का सौन्दर्यकरण और रखरखाव के अतिरिक्त मंदिर के निकट जो सार्वजनिक शौचालय बना है उसकी साफ सफाई के अतिरिक्त काली पलटन से वेस्ट एण्ड रोड़ जाने वाले मार्ग पर एक सार्वजनिक शौचालय आधुनिक रूप से बनवाया जाए जिससे यहां आने वाले महिला पुरूष श्रद्धालु और बच्चे आवश्यकता पड़ने पर उसका उपयोग कर सके इस तरीके से उसका निर्माण कराया जाए और देखभाल के लिए रखा जाए आदमी। इसके अलावा एक शौचालय मंदिर से अलग हटकर बनाया जाए जहां यहां पड़े रहने वाले भिखारी आदि निपट सके और नहाना धोना भी कर सके ऐसी व्यवस्था भी यहां की जाए और मंदिर के पास वाले शौचालय को सही कराकर भक्तों के लिए खोला जाए।
एक श्रद्धालु का यह सुझाव भी उपयोगी लगा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री वृक्षारोपण अभियान को बढ़ावा दे रहे है इसलिए पौधे निशुल्क रूप से मिलने में परेशानी नहीं होगी। मंदिर संचालकों को चाहिए कि तीनों मार्गाें पर सड़कों के किनारे पेड़ पौधों की संख्या जहां कम है वहां पौधारोपण कराए और साफ सफाई की पूर्ण व्यवस्था भी कराई जाए। इस संदर्भ में एक भक्त का यह कथन भी सही था कि जिस प्रकार से शीशेवाले गुरूद्वारे के आसपास की व्यवस्था प्रबंधन समिति आदि देखती है उसी प्रकार से मंदिर समिति के अध्यक्ष सतीश सिंघल और महामंत्री सुनील गोयल तथा कोषाध्यक्ष अतुल अग्रवाल जो तीनों काफी ऊर्जावान भी है को अपने सहयोगी कार्यकारिणी सदस्यों और प्रतिदिन मंदिर की सेवा दर्शनों के साथ करने तथा विशेष अवसरों पर कमेटी के साथ व्यवस्था बनाने में सहयोग देने वाले भक्तों से विचार विमर्श कर पूर्ण व्यवस्था बनाये। जिससे रोज आने वाले भक्तों के समक्ष उत्पन्न समस्याओं का समाधान टूटी सड़कों का सुधार और उड़ने वाली धूल आदि से उन्हें छुटकारा मिल सके। और क्योंकि मंदिर कमेटी पर धन की भी कमी नहीं है फिर भी अगर वो अपने पास से धन खर्च नहीं करना चाहती है तो वो श्रद्धालुओं से आग्रह करे तो कई भक्त इस काम में आगे बढ़ सहयोग देने के लिए तैयार हो सकते है। इसके अलावा एक प्रतिदिन आने वाले भक्त का यह कथन सही था कि तो एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी और कैन्ट बोर्ड की सीईओ से मुलाकात कर इस ओर उनका ध्यान दिलाये तो वृक्षारोपण और सौन्दर्यकरण तथा अन्य समस्याओं का समाधान भी आसानी से हो सकता है। इस मामले में कुछ भक्तों का यह सुझाव भी बड़ा अनुकूल है कि मंदिर कमेटी के कुछ लोग सांसद विधायक और विधान परिषद सदस्यों से मिले तो तुरंत सौन्दर्यकरण सड़क सुधार और शौचालय का निर्माण हो सकता है क्योकि वृक्षारोपण में यूपी सरकार भरपूर ध्यान दे रही है और स्वच्छता पर माननीय प्रधानमंत्री जी की पूरी नजर है। रही बात सड़क की तो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ जी स्पष्ट कर चुके है कि हर सड़क गढ्डामुक्त और सुधरवाई जाए।
(प्रस्तुतिः अंकित बिश्नोई पत्रकार संपादक व राष्ट्रीय महामंत्री सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए)
काली पलटन मंदिर कमेटी भक्तों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए सड़क सुधार, शौचालय, वृक्षारोपण और सौन्दर्यकरण पर दें ध्यान
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