शामली 04 अक्टूबर। पाकिस्तान में बैठे शामली के कैराना के आईएसआई हैंडलर, एजेंट इकबाल काना, दिलशाद मिर्जा, हमीदा, शाहिद और अन्य कलीम की गिरफ्तारी के एक साल बाद भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। पुलिस और खुफिया अधिकारियों की जांच में सामने आया है कि कलीम के नंबर पर अभी भी व्हाट्सएप पाकिस्तान में किसी एजेंट या हैंडलर द्वारा चलाया जा रहा है, जो नंबर कलीम द्वारा ही उन्हें उपलब्ध कराया गया था।
दरअसल, आईएसआई एजेंट कलीम की गिरफ्तारी के बाद खुलासा हुआ था कि पाकिस़्तान के आईएसआई एजेंट उसके संपर्क में थे। पुलिस ने इकबाल समेत चार को आरोपी भी बनाया था। जल्द सरगनाओं को पकड़ने की बात कही थी मगर पुलिस अभी तक पाकिस्तान के किसी भी एजेंट को नहीं पकड़ सकी है। इस कारण आशंका जताई जा रही है कि उक्त एजेंट फिर से भारत के लोगों से संपर्क साधकर उन्हें आतंकवाद का पाठ पढ़ा रहे हैं।
पुलिस और एसटीएफ ने 17 अगस्त 2023 को आईएसआई एजेंट कलीम को गिरफ्तार किया था। इस प्रकरण में लखनऊ की फोरेंसिक लैब ने उसके मोबाइल डाटा को रिकवर करते हुए रिपोर्ट अधिकारियों को उपलब्ध करा दी है। इसमें खुलासा हुआ है कि आईएसआई एजेंट पाकिस्तान के लाहौर के एजेंट हाफिज समेत छह एजेंटों के संपर्क में था। उसने एक दो नहीं, कई आपत्तिजनक और सेना के गोपनीय फोटो व्हाट्सएप के माध्यम से पाकिस्तान के एजेंटों को भेजे थे। पुलिस ने अभियोग में इलेक्ट्रानिक साक्ष्य शामिल करने के लिए अधिकारियों को फाइल भेजी है।
शामली शहर के मोहल्ला नौकुआं रोड बर्फ वाली गली निवासी कलीम को 17 अगस्त 2023 को एसटीएफ ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का एजेंट होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस मामले में एसटीएफ के निरीक्षक प्रशांत कपिल की तरफ से शहर कोतवाली में कलीम, उसके भाई तहसीम उर्फ मोटा और सहारनपुर निवासी यूसुफ उर्फ समशी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। बाद में आईएसआई एजेंट तहसीम को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। इस मामले में पुलिस को कलीम के पास से मोबाइल फोन बरामद हुआ था। जिसकी व्हाट्सएप चैट और अन्य मोबाइल डाटा को कलीम ने डिलीट कर दिया था।
कलीम के मोबाइल फोन के डाटा को रिकवर कराने के लिए शामली पुलिस ने लखनऊ की फारेंसिक लैब को मोबाइल जांच के लिए भेजा था। सीओ अमरदीप मौर्य ने बताया कि फोरेंसिक लैब ने रिपोर्ट पुलिस को उपलब्ध करा दी है। जिसमें सामने आया है कि जुलाई, अगस्त माह में कलीम ने सबसे अधिक बातें व्हाट्सएप चैट के माध्यम से पाकिस्तान के आईएसआई हैंडलर दिलशाद मिर्जा, हमीदा, शाहिद और दो लाहौर के एसआईआई एजेंटों से बात की। वह छह लोगों के संपर्क में था। कलीम ने उन्हें मेरठ कैंट के अलावा अन्य भी कई आपत्तिजनक, गोपनीय फोटो व्हाट्सएप के माध्यम से भेजे थे।
खास बात यह है कि एजेंट सुबह 4 और शाम को 6 बजे के बाद अधिकतर पाकिस्तान के एजेंटों से बात करता था। आईएसआई एजेंट उसे जल्द अमीर बनाने का सपने दिखा रहे थे। सीओ ने बताया कि इस मामले में इलेक्ट्रानिक साक्ष्य को जांच में शामिल करने के लिए शासन को फाइल भेजी गई है। साथ ही 65 बी के तहत नोटिस दिया गया है।
पाकिस्तान का आईएसआई एजेंट इकबाल काना, दिलशाद मिर्जा, हमीदा और शाहिद अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। इसके अलावा अब लाहौर के दो एजेंटों के नाम भी रिपोर्ट में सामने आए गए हैं।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि कैराना का शाहिद अब पाकिस्तान में आईएसआई एजेंट बन बैठा है। आईएसआई से जुड़े हैंडलर और एजेंट उसकी अंगुलियों पर नाचते हैं। वह दुबई, मोरक्को, अफगानिस्तान आदि में रहकर भी आईएसआई एजेंट तैयार कर रहा है।