श्रीनगर 08 अक्टूबर। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के रिजल्ट कुछ ही देर में सामने आने लगेंगे। वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से शुरू हो गई। शुरू के आधे घंटे 8 बजे से 8:30 बजे तक पोस्टल बैलट के वोटों की गिनती होगी। 8:30 बजे के बाद EVM खुलेंगी। काउंटिंग शुरू होने के कुछ ही देर बाद जम्मू-कश्मीर चुनाव रिजल्ट 2024 को लेकर तस्वीर साफ हो जाएगी। हालांकि जब तक सारी सीटों के रिजल्ट नहीं आ जाते, पूरी तरह से रिजल्ट घोषित नहीं किए जाएंगे। सुबह पांच बजे काउंटिंग करने वाली पार्टी का रेंडेमाइजेशन किया गया। उन्हें बताया गया कि किस-किस की ड्यूटी कौन-कौन सी टेबल पर है। हर टेबल पर उम्मीदवारों के एजेंट भी मौजूद रहे।
जम्मू-कश्मीर में अबकी बार अब्दुल्ला सरकार के आसार दिख रहे हैं. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-एनसी गठबंधन ने बहुमत का जादुई आंकड़ा पार कर लिया है. जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों पर काउंटिंग जारी है. चुनाव आयोग की वेबसाइट ने भी कांग्रेस-एनसी गठबंधन को बहुमत दे दिया है. जम्मू-कश्मीर के रुझानों में कांग्रेस-एनसी गठबंधन 48 सीटों पर आगे है, जबकि भाजपा 27 सीटों पर लीड कर रही है.
2014 के बाद से जम्मू-कश्मीर में ये पहला विधानसभा चुनाव है, जो तीन चरणों में आयोजित किया गया है. 18 सितंबर को हुए पहले चरण में 24 सीटों पर चुनाव हुआ था, उसके बाद उसी दिन दूसरे चरण में 26 सीटों पर चुनाव हुआ था. शेष 40 सीटों को कवर करने वाला अंतिम चरण 1 अक्टूबर को मतदान हुआ था. 90 सदस्यीय विधानसभा में जगह बनाने के लिए 873 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला हो चुका है और मंगलवार शाम तक इसका खुलासा हो जाएगा.
ECI यानी चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और एनसी गठबंधन को बहुमत मिल गया है. कौन-कितनी सीटों पर आगे.
नेशनल कॉन्फ्रेंस- 39
भाजपा-28
कांग्रेस-8
पीडीपी-3
अन्य-8
जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस जीत का स्वाद चखती नजर आ रही है. कांग्रेस-एनसी गठबंधन को रुझानों में बहुमत मिल गया है. इसका असर अब कांग्रेस दफ्तरों में दिखने लगा है. कांग्रेस मुख्यालय में जीत का जश्न अभी से ही मनाया जाने लगा है. कांग्रेस हेडक्वार्टर में राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं. इतना ही नहीं, कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली में पटाखे उड़ाकर अपना जश्न मना रहे हैं. कार्यकर्ता एक-दूसरे को जलेबी-मिठाई खिला रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर से 1 अक्टूबर तक 3 फेज में 63.88% वोटिंग हुई थी। 10 साल पहले 2014 में हुए चुनाव में 65% वोटिंग हुई थी। इस बार 1.12% कम वोटिंग हुई।