आगरा के बीपीएड की फर्जी डिग्री मंे फंसे जेएस विवि के कुलाधिपति डॉ. सुकेश यादव की सहमति से यह सब हो रहा था या नहीं इसके लिए दोषी तो वो हैं ही क्योंकि इससे देश का भविष्य प्रभावित होता है। फर्जी डिग्री प्राप्त करने वाले डॉक्टर बनें या इंजीनियर वो अपने कार्य के प्रति न्याय नहीं कर सकते। अगर प्रदेश के उच्च शिक्षामंत्री योंगेंद्र उपाध्याय के अनुसार इस विवि में पूर्व सीएम अखिलेश यादव की भी हिस्सेदारी है सही है तो कानून अपना काम करेगा लेकिन अगर बिना तथ्यों के मंत्री द्वारा यह कहा गया तो सही नहीं है। अभी बात जांच की चल रही है किसी ने विवि के कागज नहीं देखे तो फिर इतनी बड़ी बात इतनी बड़ी पार्टी के अध्यक्ष के खिलाफ कहना सही नहीं है। ईओडब्ल्यू की रिपोर्ट के बाद यह बात कही जाती तो ठीक था क्योंकि ना पहले सही उतरती है ना आज को ध्यान में रखते हुए मंत्री का यह कथन ठीक नहीं है।
(प्रस्तुतिः रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
जेएस विवि को लेकर बिना जांच के सपा नेता पर आरोप लगाना समयानुकुल नहीं
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