पुणे 16 जून। महाराष्ट्र के पुणे जिले के मावल तहसील के कुंडमाला गांव के पास में रविवार को दोपहर 3:30 बजे इंद्रायणी नदी पर बना पुल ढह गया। घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों के मुताबिक हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 18 घायल हैं। NDRF की टीमों ने 51 लोगों का रेस्क्यू किया। कुछ लोग अब भी लापता है।
इससे पहले हादसे के बाद घटना स्थल पर पहुंचे विधायक सुनील शेलके ने दावा किया था कि 6 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि CM देवेंद्र फडणवीस और पुणे जोन 2 के DCP ने 2 लोगों की मौत की पुष्टि की है। 2 लोगों की मौत हॉस्पिटल में इलाज के दौरान हुई।
बताया जा रहा है कि यह हादसा उस वक्त हुआ, जब कई लोग नदी के तेज बहाव को देखने के लिए खड़े थे।
पुणे से कुंडमाला की दूरी 30 किमी है। यह जगह मुंबई के रास्ते में एक्सप्रेसवे में एंट्री करने से पहले स्थित है। जानकारी के अनुसार, यह पुल पहले से ही बहुत खराब और जर्जर स्थिति में था। हादसे के समय पुल पर क्षमता से अधिक पर्यटक मौजूद थे। लोग टू-व्हीलर और मोटरसाइकिल ले जा रहे थे। इसी वजह से पुल भार सहन नहीं कर सका।
बताया जा रहा है कि गांववालों ने पांच साल पहले PWD से मांग की थी कि इस पुल को बंद कर दिया जाए. ये जो पुल टूटा है उसके लिए पिछले साल राज्य सरकार की और से 8 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई थी. ये मंजूरी तत्कालीन मंत्री रविंद्र चव्हाण ने दी थी. लेकिन इसपर अब तक काम शुरू नहीं हुआ था. गावंवालों ने सार्वजनिक निर्माण विभाग और ग्राम पंचायत को दो साल पहले ही पत्र लिखकर पुल की मरम्मत करने और पर्यटकों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई थी. लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला.
महाराष्ट्र सरकार को पुणे जिला प्रशासन ने पुल हादसे को लेकर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी है. रिपोर्ट में रविवार को इंद्रायणी नदी पर बने 33 साल पुराने पुल के ढहने से चार लोगों की मौत और 51 के घायल होने की पुष्टि की गई है. यह घटना दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हुई, जब करीब 125 पर्यटक पुणे जिले की मावल तहसील के कुंडमाला में एकत्र हुए थे.
महाराष्ट्र के पुनर्वास राज्य मंत्री मकरंद पाटिल ने कहा, “पुल 30 साल से ज्यादा पुराना था और इसका निर्माण पुणे जिला परिषद ने करवाया था. प्रशासन ने दोनों तरफ बोर्ड लगाकर लोगों से इसका इस्तेमाल न करने की अपील की थी, लेकिन बारिश के दिन मौज-मस्ती करने आए कुछ लोगों ने इसका इस्तेमाल किया. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह हादसा हुआ.