नई दिल्ली 04 जनवरी। भारत ने चीन द्वारा होटन प्रांत में दो नई काउंटी (जिले जैसी इकाई) बनाए जाने पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है, क्योंकि इनके कुछ हिस्से भारत के केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के अक्साइचिन इलाके में आते हैं। भारत ने आपत्ति जताते हुए कहा कि इससे चीन के अवैध कब्जे को वैधता नहीं मिलेगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जैसवाल ने शुक्रवार को साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने चीन के होटन प्रांत में दो नई काउंटी की स्थापना से जुड़ी घोषणा देखी है। इन कथित काउंटियों के अधिकार क्षेत्र के कुछ हिस्से लद्दाख के अक्साइचिन इलाके में आते हैं। भारत ने इस क्षेत्र में अवैध चीन के कब्जे को कभी स्वीकार नहीं किया है। नए काउंटी से न तो भारत की संप्रभुता के संबंध में दीर्घकालिक और सुसंगत स्थिति पर कोई असर पड़ेगा और न ही इससे चीन के अवैध और जबरन कब्जे को वैधता मिलेगी।
हितों की रक्षा के लिए निगरानी जारी रहेगी
चीन में तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में यारलुंग त्सांगपो नदी पर एक जलविद्युत परियोजना को लेकर पूछे प्रश्न के जवाब में जैसवाल ने कहा कि नदी के पानी पर स्थापित उपयोगकर्ता अधिकारों वाले निचले तटवर्ती राज्य के रूप में हमने लगातार विशेषज्ञ स्तर के साथ-साथ राजनयिक चैनलों के माध्यम से भी चीनी पक्ष को उनके क्षेत्र में नदियों पर मेगा परियोजनाओं पर अपने विचार और चिंताएं व्यक्त की हैं। नवीनतम रिपोर्ट के बाद इन्हें दोहराया गया है।
रिपोर्टों के अनुसार, उत्तर-पश्चिम चीन में झिंजियांग उइगर स्वायत्त क्षेत्र की पीपुल्स सरकार ने दो नए काउंटियों, हेआन काउंटी और हेकांग काउंटी के निर्माण की घोषणा की है. होंगलिउ और जेयिडुला टाउनशिप, हेआन और हेकांग के प्रशासनिक केंद्र के रूप में काम करेंगे. हेआन काउंटी 38,000 वर्ग किलोमीटर के महत्वपूर्ण क्षेत्र को कवर करती है, जिसके बारे में भारत का दावा है कि चीन अक्साई चिन में अवैध रूप से कब्जा कर रहा है.
भारत दौरे पर आएंगे अमेरिकी एनएसए
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जैसवाल ने कहा कि हाल में विदेश मंत्री ने अमेरिका की यात्रा की। विदेश मंत्री ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और एनएसए जेक सुलिवन से मुलाकात की। उन्होंने नए एनएसए माइक वाल्ट्ज और ट्रांजिशन टीम के सदस्यों से भी मुलाकात की। विदेश मंत्री ने अमेरिका में भारत के महावाणिज्य दूतों के एक सम्मेलन की भी अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन जल्द भारत यात्रा पर आएंगे तथा वे एनएसए अजित डोभाल से मुलाकात करेंगे।