लखनऊ 03 अक्टूबर। समय पर फीस के लिए 17,500 रुपये की व्यवस्था न कर पाने के कारण आईआईटी धनबाद में प्रवेश से वंचित किए गए मुजफ्फरनगर के गरीब दलित छात्र अतुल कुमार की सहायता के लिए योगी सरकार ने हाथ बढ़ाया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अतुल के लिए हरसंभव सहायता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
आईआईटी धनबाद में अतुल कुमार की पढ़ाई का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी। समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने छात्र के परिजनों से फोन पर बात करके उन्हें इसका आश्वासन दिया है। अतुल कुमार को प्रवेश दिलाने के लिए राज्य सरकार ने आईआईटी धनबाद से संपर्क किया है।
मुजफ्फरनगर की खतौली तहसील के टिटोडा गांव निवासी 18 वर्षीय अतुल कुमार ने जेईई एडवांस्ड के दूसरे और अंतिम प्रयास में सफलता हासिल की थी। आईआईटी धनबाद में बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग शाखा में प्रवेश के लिए अतुल कुमार को 24 जून तक फीस जमा करनी थी।
अतुल कुमार के पिता राजेंद्र कुमार दिहाड़ी मजदूर हैं। गरीब परिवार से आने वाले अतुल आर्थिक तंगी के कारण समय पर फीस की व्यवस्था नहीं कर सके। ऐसे में जब गांव के लोगों ने मिलकर उनकी सहायता करने का प्रयास किया, तब तक प्रवेश की अंतिम तिथि बीत चुकी थी।
परिजनों ने तमाम कोशिशें करने के बाद सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप और मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में आने के बाद सरकार ने छात्र की पूरी मदद करने का फैसला किया। बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने तत्काल अतुल की हर संभव मदद सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने छात्र के परिवार से फोन पर बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उसकी पूरी शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। राज्य सरकार ने आईआईटी धनबाद से भी संपर्क किया है और प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार की इस पहल के तहत न केवल अतुल की शुरुआती फीस जमा की जाएगी, बल्कि पूरे चार साल की पढ़ाई की फीस भी छात्रवृत्ति के जरिए दी जाएगी।
राजेंद्र कुमार ने बताया कि उसके बेटे की ई मेल पर आईआईटी की ओर से सूचना प्राप्त हुई है। इसमें जल्द ही प्रवेश लेने के लिए कहा गया है। साथ ही फीस का स्ट्रक्चर भी दिया गया है। धनबाद जाने के लिए आज ट्रेन का आरक्षण कराया जाएगा।