शिलांग 09 जून। 11 मई 2025 को दो प्रेमी जोड़े शादी के बंधन में बंधते हैं। दोनों हनीमून मनाने के लिए बेंगलुरु के रास्ते मेघालय गए, जहां अचानक दोनों का फोन बंद हो गया। कुछ दिन बाद पति की लाश मेघालय की खाई में मिली और पत्नी गायब थी। पत्नी की खोजबीन शुरू हुई। दोनों के साथ क्या हुआ? कैसे हुआ? किसने किया? इन सवालों के जवाब कोई नहीं जानता था।
मध्य प्रदेश से लेकर मेघालय तक पुलिस, परिवार समेत सियासी गलियारों में भी यह मामला सुर्खियां बटोने लगा। 23 मई को लापता होने के बाद 17 दिन से राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की कहानी सभी के लिए सस्पेंस बनी हुई है। मगर अब इस केस में ऐसा खुलासा हुआ, जिसने सभी के होश उड़ाकर रख दिए।
राजा रघुवंशी की मर्डर मिस्ट्री के पीछे कोई और नहीं बल्कि खुद उसकी पत्नी सोनम का हाथ था। सोनम के इस प्लान में 3 अन्य लोगों ने उसकी मदद की। पति को मौत के घाट उतारने के बाद सोनम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में मिली, जहां उसने खुद पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। पुलिस ने 3 हमलावरों को भी गिरफ्तार कर लिया और 1 अन्य साजिशकर्ता की तलाश जारी है।
मेघालय पुलिस की डीजीपी आई नोंगरंग ने इस हत्याकांड के सस्पेंस से पर्दा उठाते हुए बताया कि इंदौर के रहने वाले राजा रघुवंशी के हत्याकांड में उसकी पत्नी सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोप है कि उसने ही एमपी के तीन लोगों को सुपारी देकर अपने पति राजा की हत्या कराई.
डीजीपी ने बताया कि एसआईटी ने इस मामले में इंदौर से देर रात दो लोगों गिरफ्तार को पकड़ा था. उनसे पूछताछ में ही सोनम के ठिकाने का पता चला. इसके बाद मेघालय पुलिस ने तुरंत गाजीपुर पुलिस से संपर्क किया, जिसने वहां काशी पान जायका नामक ढाबे पर दबिश दी. सोनम वहीं छिपी हुई मिली, जिसने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. वहीं उसके साथ मौजूद एक अन्य हमलावर को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
मेघालय से 17 दिनों से लापता सोनम गाजीपुर में नंदगंज में एक ढाबे पर बदहवास हालत में मिली। पुलिस अधीक्षक डा. ईरज राजा ने बताया कि सोनम ने पहले अपने घरवालों को इसकी सूचना दी और उन्होंने स्थानीय पुलिस को सूचित किया। वहां की पुलिस से हमें पता चला। फिलहाल हमने उसे नंदगंज ढाबे से लाकर वन स्टाप सेंटर में रखा है और पूछताछ की जा रही है।
सोनम के पिता ने पुलिस के दावे पर उठाए सवाल?
वहीं इस मामले में सोनम रघुवंशी के पिता ने पुलिस के दावे पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा, ‘मेरी बेटी ढाबेवाले के पास पहुंची थी. उसने वहां से घर पर फोन किया था… वह बहुत रो रही थी. उसी ढाबे से पुलिस लेकर गई.’
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘पुलिस झूठ बोल रही है. मेरी बेटी ऐसा क्यों करेगी… मेरी बेटी को ये करना होता तो वो घूमने (मेघालय) क्यों जाती?’