हाथरस 05 जुलाई। यूपी के हाथरस में सत्संग कांड को लेकर बड़े स्तर पर राजनीति शुरू हो चुकी है। समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने घायलों से मिलने के बाद मीडिया से बातचीत में सूरज पाल उर्फ भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि को निर्दाेष करा दिया। उन्होंने कहा कि डंके की चोट पर कहना चाहता हूं कि इसमें भोलेबाबा शामिल नहीं है। इसमें पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की है।
राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा बीजेपी के लोग है, ऐसा कोई बाबा नहीं बचा है, जिसके यहां न गए हो। आशाराम के यहां कौन-कौन नहीं गया। उन्होंने कहा कि वहां लाल कृष्ण आडवाणी से लेकर सभी गए है। कोई प्रवचन कर रहा है तो उसकी बात सुनने में क्या दिक्कत है। 80 हजार लोगों की परमिशन दी गई। खाली परमिशन देना ही काफी नहीं था। ड्रोन से कोई निगरानी नहीं हुई, एंबुलेंस वहां नहीं थी। फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी नहीं थी। उन्होंने कहा कि अगर कार्यक्रम में संख्या बढ़ गई तो पुलिस बल भी बढ़ना चाहिए था। यूपी सरकार ने अपने गुनाहों पर पर्दा डालने के लिए एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर कर दी जो कार्यक्रम का कर्ताधर्ता था। पूरे मामले में प्रशासन की जिम्मेदारी थी। तथ्य को छुपाने के लिए तमाम लाशें बिना पोस्टमार्टम के उनके परिवार के लोगों को सौंप दी। वहीं मरने वालों का जितना आंकड़ा दिखा गया, संख्या उससे कही ज्यादा है। मामले में प्रशासन दोषी है और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।
दोषियों के खिलाफ हो सख्त कार्यवाईः विश्वनाथ पाल
इस घटना को लेकर हाथरस में पहुंचे बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने इस मामले में पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि यहां सरकार से चूक हुई है। यहां के प्रशासन से चूक हुई है। उन्होंने कहा कि 80000 लोगों की अनुमति के बाद ढाई से 3 लाख लोग पहुंच गए। आखिर यहां का शासन प्रशासन और लोकल इंटेलिजेंस के लोग क्या कर रहे थे। वहीं उन्होंने कहा कि इस घटना में नारायण साकार हरि कहीं दोषी नहीं है।
उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी की सरकार में कभी भी कोई ऐसा घटना नहीं हुई है। अगर हमारे शासन प्रशासन के लोग तैयार रहते तो ऐसी घटना नहीं होती। आगे उन्होंने यह भी कहा कि जो भी घटना हुई है इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। दोषियों के खिलाफ हो सख्त कार्यवाई होनी चाहिए।