नई दिल्ली 14 जून। गूगल इस साल के अंत तक एंड्रॉयड इंस्टेंट एप्स (Android Instant Apps) फीचर को बंद करने की तैयारी में है। एक रिपोर्ट के अनुसार, यह फैसला इंस्टेंट एप्स के कम उपयोग और कम लोकप्रियता को देखते हुए लिया गया है। दिसंबर 2025 के बाद ये एप-नुमा इंटरफेस काम नहीं करेंगे। इसके साथ ही गूगल इंस्टेंट एप्स से जुड़े API और Android Studio में मौजूद टूलिंग सपोर्ट को भी हटा देगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, Android Studio के लेटेस्ट कैनेरी बिल्ड में डेवलपर लियोन ओमेलान को एक नोटिफिकेशन दिखाई दिया, जिसमें यह जानकारी दी गई थी। इस पॉप-अप में लिखा था, “Instant Apps का सपोर्ट दिसंबर 2025 से Google Play पर हटा दिया जाएगा। Google Play Instant APIs और पब्लिशिंग सपोर्ट बंद हो जाएंगे। Android Studio के Otter Feature Drop में टूलिंग सपोर्ट भी हटाया जाएगा।”
गूगल की प्रवक्ता निया कार्टर ने द वर्ज को बताया कि इंस्टेंट एप्स का इस्तेमाल बहुत कम हो रहा था और डेवलपर्स अब एप डिस्कवरी के लिए दूसरे टूल्स का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “इस बदलाव से हम उन टूल्स पर ज्यादा निवेश कर पाएंगे जो डेवलपर्स के लिए बेहतर काम कर रहे हैं और यूजर्स को फुल एप डाउनलोड की ओर निर्देशित कर पाएंगे ताकि गहरा जुड़ाव बन सके।”
इंस्टेंट एप्स क्या थे?
इंस्टेंट एप्स को गूगल ने 2017 में लॉन्च किया था। यह फीचर यूजर्स को बिना एप इंस्टॉल किए ही एक हल्का एप-जैसा अनुभव देता था। जैसे किसी लिंक पर क्लिक करने से एप का एक छोटा वर्जन खुल जाता था जिसमें बिल पेमेंट, गेम डेमो खेलना जैसे सीमित कार्य किए जा सकते थे। यह फीचर Apple के App Clips की तरह काम करता था।
यूजर्स को पहले Google Play से इस फीचर को इनेबल करना पड़ता था। इसके बाद, अगर वे किसी लिंक पर क्लिक करते थे (जैसे गूगल सर्च से), तो प्ले स्टोर जांचता था कि क्या उस लिंक को खोलने के लिए कोई इंस्टेंट एप मौजूद है। यदि हां, तो वह ऐप तुरंत खुले बिना डाउनलोड या इंस्टॉल किए।