नोएडा 11 जून। अमेरिका के नामी कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में एडमिशन दिलाने के नाम पर देशभर के सैकड़ों युवाओं से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गैंग का पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने गिरोह के छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पांच करोड़ छह लाख 50 हजार रुपये के 61 चेक बरामद हुए हैं। साथ ही, तीन लाख 90 हजार कैश, दो लैपटॉप, 16 मोबाइल और पांच डायरी मिली हैं। डायरी में ठगी के शिकार हुए लोगों का डिटेल है। बताया जा रहा है कि गिरोह का विभिन्न राज्यों में नेटवर्क है। ये लोग MBBS, BAMS, BDS, BHMS, MDS, PHARMACY, B.E/ B.TECH, LLB, BALLB, MBA, BBA, MDMS आदि में दाखिला दिलाने का आश्वासन देते थे।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि एक सूचना के आधार पर एफएनजी रोड से आरोपी राहुल और अनुपम कुमार निवासी पटना को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के बाद गैंग के और चार लोगों को अलग-अलग सेक्टर से गिरफ्तार किया गया। इनमें दयानंद पांडे निवासी जिला नागपुर, सचिन सिंह निवासी आगरा, विदुषी लोहिया निवासी गोरखपुर, निकिता उपाध्याय निवासी जमशेदपुर शामिल हैं। ये लोग नोएडा के अगल-अलग सेक्टरों में रहकर गैंग से जुड़े हुए थे। इस गैंग का मास्टरमाइंड सोनू कुमार उर्फ रणवीर सिंह फरार है। पुलिस इसको गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही है।
सेक्टर 58 थाने पुलिस की मदद से निकिता उपाध्याय (24) को गिरफ्तार किया गया। इसके पास से ही 61 चेक मिले। बताया जा रहा है कि यह गैंग सारे ट्रांजेक्शन की देखरेख करती थी। रुपये का काम-काज यही संभालती थी।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि आरोपी पहले इंस्टाग्राम पर फर्जी नाम से आईडी बनाते थे। इसके बाद उस अकाउंट पर भारत और विदेश के टॉप कॉलेजों में आसानी से दाखिला दिलाने का विज्ञापन पोस्ट करते थे। इनके गैंग में और भी सदस्य जुडे हुए हैं, जो इंस्टाग्राम पर 12वीं पास छात्रों को डायरेक्ट मेसेज कर अपने जाल में फंसाते थे। जो छात्र इनके बहकावे में आते उनसे दो से तीन लाख रुपये देने की डिमांड करते थे। आरोपी पहले छात्रों से रुपये जमा करवा लेते थे। इसके बाद आईडी और नंबर बंद कर देते थे।
आरोपी सोनू कुमार, राहुल कुमार, अनुपम गैंग के पार्टनर हैं। इन तीनों ने नोएडा और पुणे में ऑफिस बनाया था। सोशल साइट्स पर नेस्ट एजुकेशन, इडुप्रो, कैरियर कॉर्नर, गुरुकुल एजुकेशन, एजुकेशनल कंसल्टेंसी, कैरियर प्लान, एडमिशन साथी के नाम से वेबसाइट बना रखी है। इसी के माध्यम से छात्रों को विभिन्न कोर्स में एडमिशन दिलाने का झांसा देते थे।