नई दिल्ली 28 अप्रैल। अगर आप भी आए दिन एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो आपके लिए एक जरूरी खबर है। पहली मई 2025 से एटीएम से फ्री लिमिट के बाद कैश निकालना महंगा होने वाला है। रिजर्व बैंक ने एटीएम चार्ज बढ़ाने की मंजूरी दे दी है,यानी अब हर बार फ्री लिमिट खत्म होने के बाद पैसे निकालने पर आपकी जेब ढीली हो सकती है।
अब मेट्रो शहरों में महीने में केवल 3 फ्री एटीएम ट्रांजेक्शन मिलेंगे जबकि बाकी शहरों में 5 फ्री ट्रांजैक्शन की सुविधा मिलेगी। इसमें कैश विड्रॉल के साथ बैलेंस चेक जैसी नॉन-फाइनेंशियल सेवाएं भी शामिल हैं। अगर तय सीमा से ज्यादा ट्रांजेक्शन करते हैं तो आपको हर अतिरिक्त ट्रांजेक्शन पर 23 रुपये प्लस टैक्स देना होगा। यह चार्ज फाइनेंशियल और नॉन-फाइनेंशियल दोनों ही तरह के ट्रांजैक्शन पर लागू होगा।
एचडीएफसी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और कोटक महिंद्रा बैंक समेत कई बैंकों ने अपने ग्राहकों को इस बदलाव की जानकारी देना शुरू कर दी है। एचडीएफसी बैंक ने साफ किया है कि उनके एटीएम पर फ्री लिमिट के बाद केवल कैश विड्रॉल पर ही चार्ज लगेगा जबकि नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन फ्री रहेंगे।
वहीं, अन्य बैंकों के एटीएम पर फाइनेंशियल और नॉन-फाइनेंशियल दोनों ट्रांजेक्शन गिनती में आएंगे। पंजाब नेशनल बैंक ने भी ऐलान किया है कि फ्री लिमिट पार होने पर अन्य बैंकों के एटीएम पर फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन के लिए 23 रुपये और नॉन-फाइनेंशियल के लिए 11 रुपये चार्ज लिया जाएगा (जीएसटी अतिरिक्त)।
इंडसइंड बैंक ने भी अपने ग्राहकों के लिए 1 मई से नए चार्ज लागू कर दिए हैं। आरबीआई के इस कदम का मकसद एटीएम के ज्यादा उपयोग को रेगुलेट करना और डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देना है। आंकड़ों के मुताबिक, कैश विड्रॉल में पिछले तीन सालों में गिरावट दर्ज हुई है, फिर भी देश में नकदी का उपयोग महत्वपूर्ण बना हुआ है।