वाराणसी 14 नवंबर। वाराणसी के काशी रेलवे स्टेशन के समीप झोपड़ी में रह कर पत्ता बेचने वाले दो परिवार के चार बच्चे गुरुवार को अचानक लापता हो गए। परिजनों की सूचना के आधार पर आदमपुर थाने की पुलिस की तीन टीम चारों बच्चों की खोजबीन में जुटी हुई है।
सोनभद्र के राबर्ट्सगंज का रहने वाला बलिराम और चंदौली जिले के बुहेर निवासी बिहारी काशी रेलवे स्टेशन के समीप झोपड़ी में परिवार के साथ रह कर पत्ता बेचने का काम करते हैं। गुरुवार को बलिराम का बेटा कल्लू (7) व बेटी खुशबू (2) और बिहारी का बेटा गोलू (6) व बेटी ज्योति (12) अचानक लापता हो गए। परिजनों की खोजबीन के बाद भी चारों बच्चों का पता नहीं लगा तो सूचना पुलिस को दी गई।
बुधवार की रात खाना खाकर दो परिवार फुटपाथ पर सो गया। दंपती के बीच दोनों बच्चों सोए हुए थे। रात में महिला की आंख खुली तो भी बच्चे साथ थे।सुबह जब परिवार सोकर उठा, तो दोनों के पास सोए हुए दो-दो बच्चे लापता थे। आसपास तलाश किया। लेकिन, किसी का पता नहीं चला। काशी रेलवे स्टेशन, आदमपुर समेत कई मोहल्ला में पूछताछ की लेकिन कोई पता नहीं चला।
बच्चों की मां सीमा ने बताया-सुबह उठी तो ज्योति, गोलू गायब हो गए। पहले लगा यही आसपास होंगी। लेकिन, जब देर तक नहीं आई तो फिर हमने तलाश शुरू की। पुलिस के पास गए थे। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
आजमगढ़ के निवासी पतरू बनवासी दो बेटियों के पिता है। बनारस में पत्ता और लकड़ी बेचने आए थे। पिता ने बताया कि ज्योति और गोलू यहीं से गायब हुए, 12 बजे सब साथ सोए थे। सुबह हमें पता चला कि लड़कियां गायब हो गई। सोनभद्र के निवासी बलराम की दो बेटियां गायब हुई है। इसमें एक बेटी महज दो साल की है। वहीं, आजमगढ की निवासी सीमा की एक बेटी और एक बेटा गायब हुआ है। इसमें ज्योति पांच साल और गोलू 4 साल का है। बलराम के अनुसार उनकी दोनों बेटिया शिवानी 7 साल और खुशबू 2 साल लापता है। जबकि इनके पास बेटा राहुल सो रहा था।