पटना 18 अगस्त। बिहार में चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर दलों के बीच रणनीति हलचल तेज हो गई है। इसके साथ ही भाजपा अभी से बिसात बिछाने में जुट गई है। पार्टी की कोशिश हर हाल में चार की चार सीट राजग की झोली में डालने की है। इसी लक्ष्य के तहत भोजपुर जिले के तरारी विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रहे नरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ सुनील पांडेय को भाजपा की सदस्यता दिलाई गई। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व संभालते ही दिलीप जायसवाल ने पांडेय को पार्टी से जोड़कर बड़ा संदेश दिया है। माना जा रहा है कि तरारी विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में बीजेपी सुनील पांडे के बेटे विशाल प्रशांत को उम्मीदवार बनाएगी.
इस सीट पर भाकपा माले का कब्जा रहा है और बीजेपी हर हाल में इसे अपने पाले में करना चाहती है और सुनील पांडे इसी सीट से विधायक रह चुके हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने सुनील पांडे और उनके बेटे विशाल प्रशांत का पार्टी में स्वागत किया और तरारी विधानसभा उपचुनाव को लेकर इशारों में इशारों में संकेत भी दे दिया.
वहीं पांडेय ने रविवार को तामझाम के साथ भाजपा की सदस्यता ली। पूर्व विधायक सुनील पांडे ने बीजेपी का दामन थमते ही जय श्री राम का नारा लगा दिया. सुनील पांडे ने कहा कि वह लंबे अरसे से एनडीए के कार्यकर्ता के तौर पर काम करते रहे हैं लेकिन अब अपनी पार्टी बीजेपी में शामिल हो गए हैं उनका मकसद आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को जीत दिलाकर सरकार बनवाना है.
इस मौके पर भाजपा के कई वरिष्ठ नेता, पार्टी प्रदेश पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।
बताते चले कि सुनील पांडे की छवि बाहुबली की रही है और 34 साल की उम्र में वह साल 2000 के विधानसभा चुनाव में पहली बार जीत हासिल कर विधायक बने थे. साल 2000 में समता पार्टी के टिकट पर पहली बार पीरो से चुनाव जीता. उसके बाद फरवरी 2005 और अक्टूबर 2005 में हुए उपचुनाव में भी उन्होंने इसी सीट पर जीत दर्ज की. साल 2010 में सुनील पांडे जेडीयू के टिकट पर तरारी से चुनाव जीते थे. 2015 में उनके खिलाफ आपराधिक मामलों को देखते हुए जदयू ने उनसे किनारा कर लिया तब नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ थे.