नई दिल्ली 03 फरवरी। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा गौरवशाली भारतीय संस्कृति को दुनिया भर में घर घर तक पहुंचाने और नागरिकों को उसे अपनाने के लिए प्रेरित करने हेतु किये जा रहे प्रयास से प्रोत्साहित होकर इस पुनीत कार्य में अपना और अपने सहयोगियों तथा परिवार के साथ मिलकर आगे बढ़ाने हेतु केन्द्र व प्रदेश सरकार के अनेक पदों पर एसडीएम से लेकर डीएम कमिश्नर चीफ सेेकेट्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रहकर कार्य कर चुके यूपी केडर के आईएएस श्री दीपक सिंघल के द्वारा 18 अक्टूबर 2023 को भारतीय सांस्कृतिक वैश्विक न्यास नामक संस्था का गठन बीस देशों का भ्रमण 75 राष्ट्रों के बुद्धिजीवियों व सभी सम्प्रदायों के संतों के अलावा 500 से अधिक जागरूक नागरिकों से विचार विमर्श कर देश के 75वें वर्ष के मनाये जा रहे अमृतकाल में इस संस्था का गठन किया गया। तथा युवाओं और बुजुर्गो तथा महिलाओं आदि की भी इस बारे में राय जानकर 22 सदस्यों का एक एडवाईजरी वार्ड दीपक सिंघल ने गठित किया जिसके संयोजक वो खुद है। इसके अतिरिक्त सफल संचालन और समयानुकूल व्यवस्थाओं के संदर्भ में नागरिक क्या सोचते है उसकी जानकारी प्राप्त करने और सबको इससे जोड़े रखने के लिए एक 51 सदस्यीय कमेटी भी उनके द्वारा बनाई गई तथा वर्तमान में अपनी धर्मपत्नी अनीता सिंघल आदि के सहयोग से भारतीय संस्कृति वैश्विक न्यास की गतिविधियां और उसका कार्य क्षेत्र बढ़ाने में लगे दीपक सिंघल अपने सद् प्रयासों से पीएम नरेन्द्र मोदी और देश के सांस्कृतिक मंत्रालयों की नीतियों को आगे बढ़ाने और इस संदर्भ में नागरिकों को उससे अवगत कराने हेतु समारोह आदि करने में सक्षम होने के साथ साथ देश के एक बड़े हिन्दी भाषी मीडिया ग्रुप के संस्थापकों से परिवारिक रूप में जुड़े होने के चलते और अपने प्रशासनिक अनुभवों से उन्हें संस्था को आगे बढ़ाने उसके सिद्धांतों और आदर्शों एवं क्या क्या कार्य न्यास कर चुका है और आगे क्या करने जा रहा है इसमें कोई कठिनाई नहीं है।
श्री दीपक सिंघल अपने इस न्यास को ऊंचाईयों तक पहुंचाने एवं इसके मक्सद को पूरा करने के लिए प्रिंट व इलैक्ट्रिक मीडिया के साथ साथ सोशल मीडिया के सभी मंचों पर पूरी तौर पर सक्रिय है।
अपने प्रभावशाली व्यक्तित्व हिन्दी व अंग्रेजी सहित कई भाषाओं का ज्ञान सामाजिक व्यवस्थाओं के साथ साथ होने के चलते दुनिया भर के इस संदर्भ में सक्रिय और कुछ करने के इच्छुक नागरिकों को समझाने और अपनी योजनाओं से जुड़ने के लिए राजी करने में पूर्ण रूप से सक्षम व्यक्तित्व के स्वामी है। भारतीय संस्कृति का संविधान और उद्देश्यों से परिपूर्ण विवरण सभी विस्तार से विस्तरीत है इसलिए उस बारे में ज्यादा न लिखकर ग्रामीण कहावत मन चंगा तो कटौती में गंगा को आत्मसात कर जितनी जानकारी जरूरी इस न्यास के बारे में जाननी चाहिए वो तो यह है बाकी इसके साथ मौजूद पीडीएफ खोलकर आप महासागर के रूप में मौजूद जानकारियों से अवगत होकर श्री दीपक सिंघल के इस राष्ट्र हित के सद् कार्य में अपना सहयोग आगे बढ़कर जिस प्रकार से भी दे सकते है वो दे सकते है।
बताते है कि सभी देशों की गौरवशाली सांस्कृति से तालमेल बैठाने उन्हें अपने बारे में और उनसे उनकी जानकारी लेने तथा उसका विस्तार करने के साथ ही बताते है कि गरीबी उन्मूलन शिक्षा के विस्तार जरूरतमंद व्यक्तियों को अपने अनुभव के आधार पर सस्ता और सुलभ न्याय तथा स्वयं प्रयास कर सरकार की स्वास्थ नीति के तहत जो सुविधाऐं निशुल्क चिकित्सा आम आदमी को उपलब्ध कराई जा रही है उसका लाभ हर व्यक्ति को पहुंचाने के लिए प्रयास करना विशेष उद्देश्य बताये जाते है।
स्मरण रहे कि श्री दीपक सिंघल जब डीएम कमिश्नर और यूपी के चीफ सेकेट्री आदि पदों पर रहे तो आकांक्षा समिति के बैनर पर अपनी धर्मपत्नी मानवीय संवेदनाओं से परिपूर्ण श्रीमति अनीता सिंघल के सहयोग से शहरों के गली मौहल्लों और गांवों में सफाई अभियान चलाकर स्वच्छता को बढ़ावा दिया गया तो गरीब दलित और पिछड़े इलाकों में बड़े बड़े स्वास्थय कैंप लगाकर कई कई हजार रूपयों में होने वाले एक्सरे और प्रशिक्षण उन उच्चस्तरीय चिकित्सों के माध्यम से दिलाये गये जो आसानी से उपलब्ध नहीं होते है। इसके अतिरिक्त दीपक सिंघल और अनीता सिंघल ने आकांक्षा की सदस्यों के साथ मिलकर दवाई भोजन और वस्त्र कलेक्शन के अभियान भी चलाये और जरूरतमंदों तक इनमें इक्ट्ठा भोजन दवाई और वस्त्र भिजवाने का काम भी विस्तरीत रूप से किया गया।
(प्रस्तुतिः अंकित बिश्नोई राष्ट्रीय महामंत्री सोशल मीडिया एसएमए पूर्व सदस्य यूपी मजीठिया बोर्ड संपादक व पत्रकार)