रायपुर 19 नवंबर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) के पूर्व प्रमुख IAS अफसर टामन सिंह सोनवानी को CBI ने गिरफ्तार कर लिया है। सोनवानी पर सीजीपीएससी भर्ती में गड़बड़ी का आरोप है। इसके अलावा बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल को भी गिरफ्तार किया गया है।
आरोप है कि गोयल ने अपने बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका को नौकरी दिलाने के लिए चेयरमैन सोनवानी के करीबी के NGO को CSR फंड से 45 लाख दिए थे। पैसे सोनवानी को पहुंचे। इसकी पुष्टि के बाद कार्रवाई की गई। रायपुर में दोनों से पूछताछ चल रही है। इन्हें आज सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जा सकता है।
स्टील कंपनी के निदेशक के बेटे और बहू को डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन सुनिश्चित कराने के एवज में सोनवानी पर रिश्वत लेने का आरोप है.
सीबीआई ने रायपुर में एक्शन लेते हुए सीजीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी को अरेस्ट किया है. सीबीआई ने बजरंग पावर एंड इस्पात लिमिटेड के निदेशक श्रवण कुमार गोयल को भी गिरफ्तार किया है. उनके ऊपर कथित तौर पर ग्रामीण विकास समिति के माध्यम से रिश्वत देने का आरोप है. सीबीआई की जांच में यह भी कहा गया है कि इस समिति में सोनवानी के रिश्तेदार भी थे. समिति में 20 लाख और 25 लाख रुपये की दो किस्तों में यह रिश्वत दी गई.
इस साल सीबीआई ने जुलाई में सोनवानी और अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था. टामन सोनवानी पर कथित तौर पर सीजीपीएससी की परीक्षा में भाई भतीजावाद करने का आरोप लगा था. जिस पर केस दर्ज किया गया था. इस केस में कांग्रेस शासन के दौरान राजनेताओं, पीएससी अधिकारियों और लोक सेवकों के “अयोग्य” परिवार के सदस्यों को आकर्षक सरकारी नौकरियों में भर्ती देने का आरोप था.
सीबीआई के मुताबिक भर्ती घोटाले में टामन सोनवानी और श्रवण गोयल इन दोनों की भूमिका रही। चर्चा है कि गोयल ने बड़ी तादाद में रुपयों का लेन-देन अफसरों से किया है। मामले में सीबीआई जल्द कई बड़े खुलासे कर सकती है।
डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी समेत कई पदों के लिए साल 2020 से 2022 के दौरान परीक्षा/साक्षात्कार में कुछ VIP लोगों के करीबी रिश्तेदारों के चयन पर सवाल उठे थे। इन्हीं आरोपों के आधार पर मामला दर्ज किया गया था। इस केस की जांच जारी है।
CGPSC 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है। EOW और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में केस दर्ज किया है। PSC ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी। इन्हीं भर्तियों को लेकर ज्यादा विवाद है। आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है।
CGPSC परीक्षा 2021 में 171 पदों के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। प्री-एग्जाम 13 फरवरी 2022 को कराया गया। इसमें 2 हजार 565 पास हुए थे। इसके बाद 26, 27, 28 और 29 मई 2022 को हुई मेंस परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए। इंटरव्यू के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सिलेक्शन लिस्ट जारी हुई।