Date: 22/11/2024, Time:

खाद्य वस्तुओं के दाम दो साल के अंदर सर्वाधिक बढ़े

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नई दिल्ली 22 नवंबर। सर्दियों का मौसम शुरू होने के बाद भी आम जनता को महंगाई से कोई बड़ी राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है। कुछ चुनिंदा हरी सब्जियों को छोड़ दिया जाए तो बाकी सब्जियों के दामों में कोई बड़ी नरमी नहीं है।
रसोई में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले आलू, टमाटर के साथ प्याज की कीमतों में तेजी बरकरार है। इसी बीच आरबीआई ने नवंबर की रिपोर्ट में माना है कि सब्जियों और खाद्य तेल की कीमतों में तेजी बनी हुई है।

खुदरा बाजार में प्याज अब भी 50 से 60 रुपये किलोग्राम, आलू 30- 35 रुपये किलोग्राम और टमाटर भी 50 से 60 रुपये के बीच बिक रहा है। जबकि बीते वर्षों के दौरान इन तीनों सब्जियों की कीमतें करीब आधी रहती थी। आरबीआई का आंकड़ा बताता है कि नवंबर 2022 में टमाटर 20 रुपये और आलू और प्याज की कीमतें 30 रुपये प्रति किलोग्राम के नीचे थी लेकिन इस बार नवंबर महीना खत्म होने को है और कीमतों में कोई नरमी दिखाई नहीं दे रही है।

देश के कई हिस्सों में देरी तक बारिश होने से नई फसल तैयार होने में समय लग रहा है, जिस कारण से अभी तक मांग के अनुरूप सब्जियों की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। उधर, आरबीआई की रिपोर्ट कहती है कि तीन खाद्य तेलों (मूंगफली, सरसों और सूरजमुखी) के दाम तेजी से बढ़े हैं। सितंबर से मूंगफली तेल की कीमत 130 से 150 रुपये तक पहुंच गई है। सरसों 155 से 170, सूरजमुखी तेल के दाम 200 रुपये/किलो हो चुके हैं।

दो महीने में ऐसी बढ़ी खाद्य तेल की कीमतें
खाद्य तेल    सितंबर नवंबर
मूंगफली       190 200
सरसों          150 170
सूरजमुखी    130 150

दालों की कीमतों में उछाल
पिछले दो माह से दाल की कीमतों में काफी तेजी आई है। चना दाल 80 से 95 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। अरहर दाल 170 रुपये के पार पहुंच गई है। आटा भी 30 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 34 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है।

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