Date: 08/09/2024, Time:

यूपी के 8 जिलों में बाढ़ का कहर, 40 जनपद में भारी बिजली गिरने और बारिश का अलर्ट

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लखनऊ 13 जुलाई। जुलाई की शुरुआत से ही भीषण वर्षा हो रही है, पूरे उत्तर प्रदेश में मानसून सत्र प्रारंभ हो गया है। भीषण वर्षा होने के कारण उत्तर प्रदेश की कई नदियों का जलस्तर बढ़ता हुआ साफ नजर आ रहा है, जिसको देखते हुए नदियों के अगल-बगल बसे हुए गांव में बाढ़ आने की स्थिति बढ़ती जा रही है।

उत्तर प्रदेश में दक्षिणी पश्चिमी मानसून सक्रिय है, जिसकी वजह से प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हुई. आज भी उत्तर प्रदेश में कई इलाकों में भारी बारिश होने तथा बिजली गिरने का अलर्ट मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी किया गया है.
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार राजधानी लखनऊ में शनिवार को बादलों की आवाजाही रहेगी. कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है. अधिकतम तापमान 35 व न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.

पिछले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 11.01 मिली मीटर के सापेक्ष 7.4 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 33% कम है. वहीं एक जून से 12 जुलाई तक अनुमानित बारिश 190.9 मिली मीटर के सापेक्ष 225.7 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 18% अधिक है.

पूर्वी उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में अनुमानित बारिश 12.1 मिलीमीटर के सापेक्ष 10.3 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो समान्य से 15% कम है. वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में अनुमानित बारिश 9.6 के सापेक्ष 3.4 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 64% कम है.

इन जिलों में बिजली गिरने का अलर्ट: मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, एस. के. नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, आगरा, फिरोजाबाद, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर एवं आसपास इलाकों में भारी वर्षा, मेघ गर्जन एवं वज्रपात होने की संभावना है.
प्रतापगढ़, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, गोंडा, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, संभल, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर में मेघ गर्जन एवं वज्रपात होने की संभावना है.

राजधानी लखनऊ के आसपास के जिलों से गुजरने वाली नदियों का जल स्तर खतरे के निशान के आसपास चल रहा है. कुछ नदियां तो खतरे के निशान को पार कर गई हैं, जिसमें प्रमुख रूप से सरयू, राप्ती, गंगा समेत 7 नदियों में जल उफान पर है. इसके साथ ही नेपाल की नदियों में आई बाढ़ का असर नेपाल से सटे जिलों पर पड़ रहा है. नेपाल की सीमा से छोड़े जा रहे पानी की वजह से नेपाल से सटे इलाकों बलरामपुर, श्रावस्ती, गोंडा, कुशीनगर जिलों में कुछ इलाके बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.

मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में दक्षिणी पश्चिमी मानसून सक्रिय है, जिसकी वजह से आगामी तीन दिनों तक प्रदेश के कई इलाकों में गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है. कुछ इलाकों में गरज चमक के साथ बिजली भी गिर सकती है. आने वाले 5 दिन तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा.

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