रांची 30 अगस्त। झारखंड में 29 अगस्त 2024 का ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए यादगार रहने वाला है. यह दिन बेहद खास इसलिए रहा क्योंकि यहां पहली बार झारखंड राज्य में किसी ट्रांसजेंडर को सरकारी नौकरी दी गई है, हालांकि पड़ोसी राज्य बिहार या देश के दूसरे अन्य राज्यों में ट्रांसजेंडरों को सरकारी नौकरी का अवसर पहले ही मिल गया है, लेकिन झारखंड में ऐसा पहले नहीं हुआ था.
29 अगस्त को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड मंत्रालय में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी को पद पर बहाली के लिए नियुक्ति पत्र बांट रहे थे इस दौरान, आमिर महतो नाम के एक ट्रांसजेंडर को भी नियुक्ति पत्र सौंपा गया है. पहली बार झारखंड में किसी ट्रांसजेंडर को सरकारी नौकरी मिली है.
आमिर महतो झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला के मनोहरपुर की रहने वाले हैं , आमिर महतो झारखंड के पहली ट्रांसजेंडर हैं, जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी को के पद पर बहाल किया गया है. ट्रांसजेंडर आमिर महतो ने बताया कि उनकी मां का सपना था कि वह नर्स बनें , लेकिन घर की परिस्थितियों के कारण उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. कठिनाइयों के बीच उन्होंने अपनी मां के सपने को पूरा करते हुए आज वह सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी के पद पर बहाल किए गए हैं. आमिर महतो ने बताया कि उन्होंने पटना एम्स में सेवा दी है , परिवार के साथ रहने के लिए उन्होंने पटना एम्स छोड़ दिया. रांची के रिम्स अस्पताल से बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई के बाद संबलपुर नर्सिंग कॉलेज से एमएससी नर्सिंग की पढ़ाई की है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड मंत्रालय में 29 अगस्त 2024 को, 365 सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी को नियुक्ति पत्र सौंपा, जो राज्य के अलग-अलग जिलों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बहस होकर स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ कर जनता को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचाने का काम करेंगे.