बहादुरगढ़ 24 मार्च। सेक्टर-नौ में किराये के मकान में रह रहे उत्तराखंड मूल के ट्रांसपोर्टर हरपाल के घर में शनिवार को हुए धमाके व आग से पत्नी व तीन बच्चों की मौत मामले में हरपाल ही साजिशकर्ता निकला। हरपाल ने ही अपना परिवार खत्म किया है।
पत्नी, दो बेटों और बेटी को पहले चाय में नींद की गोलियां मिलाकर पिलाई, फिर चारों की गला घोंटकर व तेजधार हथियार से वार कर हत्या कर दी। इसके बाद कमरे में आग लगा दी। वह खुद भी जान देना चाहता था, मगर बेसुध हो गया।
पुलिस ने हरपाल के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को घर से बरामद डायरी में 12 पेज का सुसाइड नोट मिला, तब यह राजफाश हुआ। पुलिस ने हरपाल की जो डायरी बरामद की, उसमें 12 पेज का सुसाइड नोट मिला है।
परिवार के खात्मे के बाद हरपाल अपनी जान नहीं दे पाया। सुसाइड नोट में उसने अपनी बहन परविंद्र कौर और बहनोई दलजीत सिंह पर घर हड़पने का आरोप लगाया है।
लिखा कि दोनों उससे साढ़े चार करोड़ रुपये मांग रहे थे, जो उन्होंने उधार देने की बात कही थी, जो कि झूठ है। उसके बड़े बेटे जसकीरत का इन लोगों ने अपहरण तक करवा दिया था, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की थी।
हरपाल मूल रूप से उत्तराखंड के रुद्रपुर के सितारगंज का रहने वाला है और पेशे से ट्रांसपोर्टर है। बहादुरगढ़ में वह पहचान छिपाकर रहता था। उसने पहचान पत्रों में दिल्ली का पता दर्ज करा लिया। ऐसा इसलिए, ताकि किसी को उसकी जानकारी ना मिल सके।
सुसाइड नोट में लिखा कि उसने दूसरा पता बताकर मकान किराये पर लिया। इसके लिए उसने मकान मालिक से माफी मांगी है। लिखा कि उनके परिवार के शव और सामान किसी परिवार के सदस्य या रिश्तेदार को न सौंपा जाए। उसका सामान बेचकर मकान मालिक अपना किराया ले ले।
डीसीपी मयंक मिश्रा ने रविवार शाम पत्रकार वार्ता में बताया कि बचाव कार्य के दाैरान मकान में हरपाल घायल अवस्था में मिला, जबिक उसकी पत्नी संदीप कौर (38), बेटी 11 वर्षीय चहक, बेटे 17 वर्षीय जसकीरत व 9 वर्षीय सुखविंद्र के शव बेड पर मिले। प्रारंभिक तौर पर मामले को हादसा माना गया पर घर की जांच में एक बोतल में पेट्रोल व सुसाइड नोट मिला। उन्होंने कहा कि इस सुसाइड नोट से पूरा मामला साफ हो गया। हरपाल ने खुद पूरी साजिश रची थी।
पहले उसने नींद की गोलियां खिलाकर परिवार को बेहोश किया। फिर रस्सी व हाथों से गला दबाया और अंत में तेजधार हथियार से वार कर चारों की हत्या कर दी। इसके बाद हरपाल ने खुद को भी मारने का प्रयास किया, लेकिन भय के चलते कदम पीछे खींच लिए। पुलिस के अनुसार, उसने एसी की इंटरनल यूनिट में पेट्रोल डाला जिससे धमाका हुआ। दूसरा धमाका बोतल में पेट्रोल के कारण हुआ। हरपाल ने आरोप लगाया है कि उसने कई बार पुलिस को शिकायत की। दो बार पंचायत भी हुई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
आरोपी हरपाल ने वारदात कबूल कर ली है। जीजा व बहन से चल रहे प्रॉपर्टी विवाद के बाद यह वारदात किए जाने की बात सामने आ रही है। कारोबारी नुकसान भी वजह हो सकती है। मामले में जो भी संलिप्त मिलेगा, उससे पूछताछ की जाएगी। सोमवार को उसे अदालत में पेश करेंगे। शवों का पोस्टमार्टम सोमवार को होगा।