आज पूरे विश्व में रक्तचाप दिवस मनाया गया और इसकी थीम अपना रक्तचाप सटीक करें इसे मापें और लंबा जीवन जीएं। सब जानते हैं कि ज्यादा घी तेल नमक रक्तचाप के मरीजों के लिए नुकसानदायक होता है। जिन लोगों को बीपी और शुगर की बीमारी होती है उनके लिए यह घातक बन रही है। हर साल हम यह दिवस मनाते हैं लेकिन यह बीमारी बढ़ती जा रही है। इसके लिए हम खुद ही जिम्मेदार है क्योंकि होटलों से खाना मंगाकर खाना और नमक ज्यादा खाना भी इसके लिए जिम्मेदार है। अगर थोड़े अहतियात बरतते हुए पैदल चलना साईकिल चलाना और व्यायाम करने लगे तो हमारा जीवन काफी बढ़ सकता है। वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. तनुराज का यह कहना बिल्कुल सही है कि बीपी की बीमारी खराब जीवन शैली के चलते बढ़ रही है। यदि परिवार में किसी को बीमारी है तो अगली पीढ़ी को हो सकती है। ऐसे लोग छह माह में एक बार बीपी की जांच कराएं क्योंकि जीवनशैली को सुधारे बिना इसका इलाज संभव नहीं है। सात से आठ घंटे की नींद लें। प्रतिदिन तीन ग्राम से ज्यादा नमक ना लें। अल्कोहल से दूरी बनाएं। योग करें। इससे बीपी नियंत्रित हो सकता है। इसकी रोकथाम के व्यक्तिगत उपाय करें। बीपी अब कम उम्र में भी होने लगा है। इसका कारण ज्यादा तनाव और देर रात मोबाइल टीवी के लगा रहे। जितना पढ़ने सुनने को मिला और डॉ. तनुराज सिरोही का कहना है उसके अनुसार दवाईयों से बचने के लिए हमें अपनी आदतों और खानपान पर अंकुश लगाना होगा तभी हम इन बीमारियों से बचे रह सकते हैं। वरना तो हर साल यह दिवस मनाया जाता रहेगा और बीमारी बढ़ती रहेगी।
(प्रस्तुतिः रवि कुमार बिश्नोई संपादक दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
बीपी और शुगर की बीमारी से बचने हेतु रोज करें व्यायाम! डॉ. तनुराज सिरोही का कहना है खानपान पर ध्यान देने से बचे रह सकते हैं
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