नोएडा 08 मई। कोतवाली एक्सप्रेसवे क्षेत्र में साइबर अपराधियों ने एक इंजीनियर को शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर अपने जाल में फंसा लिया। धीरे-धीरे इंजीनियर साइबर अपराधियों को 12 लाख रुपया दे बैठा। बाद में जब उसे यह पता चला कि वह साइबर ठगी का शिकार हुआ है, तो उसने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया। युवक ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी. वर्तमान में वह सेक्टर-135 स्थित एक कंपनी में काम करता था. पुलिस परिजनों से शिकायत मिलने के बाद मामले में आगे की कार्रवाई करने की बात कह रही है.
एक्सप्रेसवे थाना प्रभारी ने बताया कि युवक तेलंगाना का रहने वाला था. वह वर्तमान में वाजिदपुर गांव में किराए का कमरा लेकर रहता था. कई बार कॉल करने के बाद भी जब उसने कॉल नहीं उठाया तो उसके दोस्त कमरे पर पहुंच गए. दरवाजा अंदर से बंद देख दोस्तों ने काफी देर तक कुंडी खटखटाई. करीब दस मिनट तक जब कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो दोस्तों को अनहोनी की आशंका सताने लगे. उन्होंने बताया कि सोमवार रात उसने अपने घर पर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
पूछताछ के दौरान मृतक के दोस्तों ने पुलिस को बताया कि साइबर अपराधियों ने उसे अपने जाल में फंसाया था. जालसाजों ने उसे बताया था कि ऑनलाइन शेयर मार्केटिंग करने से हर महीने लाखों रुपए का मुनाफा होगा. झांसे में आने के बाद मृतक ने 12 लाख रुपये का निवेश कर दिया. जालसाजों ने जब उस पर और पैसे निवेश करने का दबाव बनाया तो उसने इनकार कर दिया था. इसके बाद जालसाजों ने उससे संपर्क तोड़ दिया. साइबर ठगी की जानकारी होने के बाद से ही युवक तनाव में रहने लगा था.
स्वजन का कहना है कि मृतक को साइबर अपराधियों ने अपने जाल में फंसाया। ऑनलाइन शेयर बाजार में निवेश करने से मोटी रकम का फायदा होने का झांसा दिया। मृतक ने अपने पास रखी रकम तथा कुछ अन्य लोगों से लेकर करीब 12 लाख रुपया साइबर अपराधियों के कहे अनुसार उनके खाते में डाल दिया। बाद में जब उसे ठगी का एहसास हुआ तो उसने आत्महत्या कर लिया।