नई दिल्ली 29 मार्च। म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार(28 मार्च) को आए भूकंप ने भयंकर तबाही मचाई है। अकेले म्यांमार में भूकंप में 1002 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। सैंकड़ों लोग लापता बताए जा रहे हैं। वहीं इस भूकंप में अभी तक 2300 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। 30 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। राहत-बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। उधर थाईलैंड में करीब 10 लोगों की भूंकप से मौत हुई है। अचानक आई इस आपदा के बाद म्यांमार ने आपातकाल लगा दिया गया है। इस भंयकर भूकंप का असर सिर्फ म्यांमार पर ही नहीं बल्कि आसपास के देशों में देखने को मिला है। भूकंप का भारत, चीन नेपाल समेत पांच देशों में देखने को मिला है। भूकंप से प्रभावित म्यांमार की मदद के लिए भारत ने ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत राहत सामग्री भेजी है। वायुसेना का विमान सी-130 जे करीब 15 टन राहत सामग्री लेकर यांगून पहुंच गया है।
म्यांमार के अलावा थाईलैंड, चीन, नेपाल और भारत में भूकंप के झटके महसूस किए गए। वहीं शनिवार रात में भी म्यांमार और अफगानिस्तान में फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए। सुबह करीब 5 बजकर 16 मिनट पर अफगानिस्तान में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता 4.7 रही। समाचार एजेंसी एएफपी ने म्यांमार की सेना (जुंटा) के हवाले से बताया है कि भूकंप में अबतक 694 लोगों की मौत हुई है, जबकि 1,670 घायल हुए हैं।
इस विनाशकारी भूकंप ने मंडाले, नेपिटॉ, यांगून और कई अन्य शहरों में इमारतों, पुलों और सड़कों को भारी नुकसान पहुंचाया है। लेकिन सबसे अधिक मौतें नेपिटॉ में हुई हैं। यहां से 90 से अधिक लोगों की मौत का आंकड़ा सामने आया है।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) ने दावा किया कि मृतकों की संख्या 1,000 से अधिक है। ग्लोबल न्यू लाइट ऑफ म्यांमार के मुताबिक, 5 शहरों और कई कस्बों में इमारतें गिरी हैं। दो प्रमुख पुल भी ढह चुके हैं। हर तरफ मलबे के ढेर, टूटी सड़कें और ढही इमारतें मौत का मंजर बयां कर रही हैं। अस्पतालों में जरूरतमंदों को खून नहीं मिल पा रहा।
भारत ने भेजी यह राहत सामाग्री
भारत ने AFS हिंडन से IAF सी 130 जे विमान से 15 टन राहत सामग्री म्यांमार भेजी है। इसमें टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, भोजन सामग्री, वाटर प्यूरीफायर, हाइजीन किट, सोलर लैंप, जनरेटर सेट सहित आवश्यक दवाएं जैसे पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स, कैनुला, सीरिंज, दस्ताने, कॉटन बैंडेज और मूत्र बैग शामिल हैं।
आपदा की इस स्थिति में अमेरिकी उद्योगपति एलॉन मस्क ने भी मदद की पेशकश की है। कहा, स्पेसएक्स की टीम संचार जरूरतों और राहत प्रयासों में मदद के लिए स्टारलिंक किट प्रदान करने को तैयार है। मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट लिखकर कहा-थाईलैंड और म्यांमार में भूकंप से हुए नुकसान को लेकर बहुत दुखी हूं।
भारतीय दूतावास ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
बैंकॉक में भारतीय दूतावास ने भूकंप प्रभावितों की मदद के लिए इमरजेंसी नंबर जारी किया है। वह +66 618819218 नंबर पर कभी भी संपर्क कर सकते हैं।