लोकसभा हो या राज्यसभा विधानसभा हो या विधानपरिषद अथवा जनप्रतिनिधियों के सृजित पदों पर आसीन हर आदमी जनमानस की सुविधा और हित में काम करता है। लेकिन कुछ ऐसे जननेता होते हैं जो अपने क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्रों के नागरिकों की समस्याओं का समाधान कराने करने के लिए सक्रिय रहते हैं क्योंकि यह उनकी कार्यनीति और शुरू से जीवन की सोच बनी रहती है।
पाठक अगर ध्यान से देखें तो पहली बार बागपत लोकसभा क्षेत्र से सांसद बने डॉ. राजकुमार सांगवान रालोद के प्रमुख नेता रहे। गरीब शोषित और पीड़ितों के नेता पूर्व पीएम स्व. चरण सिंह की नीतियों को आत्मसात कर जहां तक पहुंच हो रही है या जो आ गया उसकी मदद करने के मामले में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसी चर्चा करने वालों का कहना है कि शायद इसीलिए पीएम द्वारा लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव में सेंकेंड प्रस्तावक के रूप में उन्हें चुना गया। रालोद के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने उन्हें दल का नेता बनाया। जनता और अपने नेता की सोच की कसौटी पर खरा उतर रहे डॉ. राजकुमार सांगवान की कार्यप्रणाली और किए जा रहे कामों के बारे में पढ़ने देखने को मिल रहा है सांगवान द्वारा अपने लोकसभा क्षेत्र बागपत के साथ साथ गाजियाबाद और मेरठ के नागरिकों की समस्याओं का समाधान तो कराया जा रहा है उनके क्षेत्रों में जाकर मुख्य अतिथि के रूप में उनकी प्रतिष्ठा और सम्मान बढ़ाया जा रहा है। कुल मिलाकर कह सकते है कि जमीन से जुड़ा राजनेता को देखना लोग पसंद करते हैं वो सभी गुण उनमें नजर आते हैं।
शुरूआत से ही सामाजिक जीवन ईमानदारी और अनुशासन से बिताने वाले सांगवान का कहना है कि हम चौधरी साहब के सिद्धांतों पर चलकर काम करते हैं। रालोद इसकी कायल है। हम काटने बंटने की राजनीति नहीं करते हैं। आजकल डॉ. राजकुमार सांगवान यूपी उपचुनाव में मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा रालोद प्रत्याशी के समर्थन में वोट मांग रहे हैं। इनके साथियों का कहना है कि हमारा उम्मीदवार जयंत चौधरी और पीएम मोदी के आशीर्वाद से हर हाल में जीतेगा। क्योंकि घर घर जाकर प्रचार करने का प्रयास सफल होगा।
(प्रस्तुतिः संपादक रवि कुमार बिश्नोई दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
तीन लोकसभा क्षेत्रों के समस्याओं का समाधान करा रहे हैं डॉ. राजकुमार सांगवान, स्पष्ट वक्ता का कहना है कि हम बंटने और कटने की नहीं चौधरी साहब के सिद्धांतों को मानते हैं
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