यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा अपनी कर्मभूमि जो गौरखपुर क्षेत्र में गत रविवार को हिन्दुस्तान उर्बरक एवं रसायन लिमिटेड खाद कारखाने के परिसर में आयोजित एक सामूहिक विवाह समारोह में मौजूद 1200 नव दंपतियों को आशीर्वाद देते हुए कहा गया कि यह विवाह दहेज प्रथा और सामाजिक समता का प्रतीक है। इससे जाति मजहब मत क्षेत्रीय भाषा का कोई बंधन नहीं है। उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह में हिन्दु मुस्लिम या अन्य मतालंबी सभी अपनी अपनी परंपरा के अनुसार विवाह के पवित्र बंधन में जुड़ रहे है। बाल विवाह दहेज खिलाफ सरकार की ओर से शुरू सामूहिक वैवाहिक कार्यक्रम अगर देखे तो बाकई में समाज हित में है।
स्मरण रहे कि कहा जाता है कि सर्वप्रथम महाराजा अग्रसेन की प्रेरणा से सामुहिक रूप से सभी को एक समान समाज में सम्मान दिलाने और फिर उनके वंशजों द्वारा सामुहिक विवाह की जो प्रथा शुरू की गई वो आज पूरे देश में सर्वमान्य रूप से अपना महत्व रखती है। और अब तो अन्य समाजों के सभी जागरूक नागरिक इस दहेज प्रथा और इसे लेकर अन्य कुप्रथाओं से बचने के लिए सामूहिक विवाह में अपना विश्वास व्यक्त कर रहे है। अगर कुछ मामलों को छोड़ दे तो यह विवाह कार्यक्रम समाज की कई विसंगतियों को दूर करने और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों की सम्मान के साथ शादियां कराने में सक्षम सिद्ध हो रहे है।
जब से सरकार द्वारा इस प्रकार के वैवाहिक समारोह शुरू किये गये है तब से यह तय हो चुका है कि अब कारण कोई भी हो अगर कोई शादी की इच्छा रखता है तो अविवाहित नहीं रहेगा।
माननीय मुख्यमंत्री जी आपकी सरकार द्वारा समाजहित की इस व्यवस्था की जितनी प्रशंसा की जाए वो कम है लेकिन थोड़ा सा सुधार इसके लिए सरकारी स्थान पर खरीदे जाने वाला सामान और दिये जाने वाले दहेज आदि में पारदर्शिता आयोजकों के स्तर पर रखी जाए तो और ज्यादा सामाजिक लाभ नवविवाहित जोड़ों को हो सकता है।
अन्नपूर्णा ट्रस्ट आदि भी करा रहे है सामूहिक विवाह
इस बात को बड़े गर्व से कहा जा सकता है कि सामुहिक विवाह में बड़े घरों के बच्चे जो अच्छी नौकरियां कर और तनख्वाह प्राप्त कर रहे इसमें रूचि ले रहे है। देश में अन्नपूर्णा ट्रस्ट मेरठ सहित अन्य सामाजिक धार्मिक आदि संगठन भी गरीब कन्याओं की सामूहिक शादियां कराकर उन्हें समाजसेवियों के सहयोग से इतना दान दहेज उपलब्ध करा रहे है जिससे यह जोड़े अपने परिवार का पालन पोषण आसानी से कर सके।
(प्रस्तुतिः अंकित बिश्नोई सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए के राष्ट्रीय महामंत्री मजीठिया बोर्ड यूपी के पूर्व सदस्य)
दहेज विहीन सामूहिक विवाह, सरकार का है सराहनीय प्रयास, महाराजा अग्रसेन की प्रेरणा से वैश्य समाज आदि का योगदान है उल्लेखनीय
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