गाजियाबाद नोएडा सहित प्रदेश के कई जिलों में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होने के बाद अब मेरठ में भी इसको लागू किए जाने की मांग कई स्तरों पर होने लगी है। जब कोई दर्जा मिलेगा और अफसर तैनात होंगे तो लाभ तो होगा ही इसलिए पुलिस कमिश्नरेट जल्द से जल्द लागू हो यह अच्छी बात है लेकिन एक बात कही जा सकती है कि वर्तमान में अपराधों की स्थिति को लेकर मैं कोई चर्चा नहीं करना चाहता लेकिन एक बात जरूर कही जा सकती है कि सरकार ने जो पुलिस अफसर यहां एडीजी से लेकर एसपी तक तैनात किए हैं सब अच्छा कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में यहां तैनात एडीजी डीके ठाकुर जो रणनीति अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाने तथा नागरिकों को समझाने के लिए अपनाई गई है उसका अच्छा असर नजर आ रहा है। उदाहरण के रूप में जुम्मे की नमाज सड़क पर अदा करने वालों के खिलाफ क्या क्या कार्रवाई हो सकती है एक खबर के अनुसार उसे समझाने का एडीजी डीके ठाकुर का तरीका बड़ा अच्छा लगा। सड़क पर नमाज अदा नहीं करने दी जाएगी। नए शहर काजी से आग्रह किया गया कि वो इस जानकारी को सभी तक पहुंचाएं। एडीजी के अनुसार उसके बाद भी किसी ने सड़क पर नमाज अदा करने का प्रयास किया तो पुलिस कार्रवाई करेगी। आरोपी के पासपोर्ट तक निरस्त किए जाएंगे। इस बारे में सभी पुलिस कप्तानों को आदेश जारी कर दिए गए हैं। दूसरी ओर एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने संदेश दिया है कि एफआईआर के साथ पासपोर्ट निरस्त की रिपोर्ट दी जाएगी और उसके बाद वो मक्का मदीना की यात्रा नहीं कर पाएंगे। यह ऐसा संदेश है जो सभी को सोचने ओैर नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करेगा। इतना ही नहीं इस मामले में किसी को परेशानी ना हो इस हेतु एसएसपी विपिन ताड़ा ने समस्त थाना प्रभारियों से कहा है कि वो इस बारे में सभी को अवगत कराएं जिससे आगे चलकर परेशानी ना हो। दूसरी तरफ मेरठ मंडल में डीआईजी कलानिधि नैथानी के संदेश और उनकी कार्यप्रणाली से नागरिकों में भयमुक्त वातावरण की स्थापना होती नजर आ रही है। क्योंकि बताते हैं कि ढाई माह में आपरेशन त्रिनेत्र के माध्मय से 31 वारदातों का खुलासा हुआ। और भी कई फायदे होने की बात सामने आ रही है। बताते चलें कि मिलने आने वाले नागरिकों पर डीआईजी अच्छी छाप छोड़ रहे हैं। यही कारण है कि पीड़ित पुलिस अफसरों के पास जाने में कोई कोताही नहीं बरत रहे हैं। प्रदेश सरकार के आठ साल की उपलब्धियों को गिनाने का काम मंत्री और नेताओं द्वारा किया जा रहा है। मेरठ जोन में एडीजी डीके ठाकुर और डीआईजी कलानिधि नैथानी की तैनाती भी सरकार की उपलब्धियों में एक कही जा सकती है क्योंकि आम आदमी में भयमुक्त वातावरण का अहसास दिखाई दे रहा है। इस बात से इनकार नहीं किया सकता।
(प्रस्तुतिः अंकित बिश्नोई पत्रकार संपादक व राष्ट्रीय महामंत्री सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए)
डीके ठाकुर कलानिधि नैथानी की कार्यप्रणाली भयमुक्त वातावरण का करा रही है अहसास
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