लखनऊ 30 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश के 24 प्रांतीय पुलिस सेवा (PPS) संवर्ग के अफसर आईपीएस (IPS) काडर में होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी मुहर लगा दी है. मंत्रालय ने इन 24 अफसरों को आईपीएस बनने के लिए हरी झंडी दे दी है. 7 अक्टूबर को संघ लोक सेवा आयोग व शासन के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में विभागीय प्रोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक हुई थी, जिसमें इस पर मुहर लगी थी. जो पीपीएस अफसर आईपीएस बने है उनमें राकेश कुमार सिंह, लाल भरत कुमार पाल, रश्मि रानी, सुभाष चंद्र गंगवार, विश्वजीत श्रीवास्तव, चिरंजीव नाथ सिन्हा और मनोज कुमार सिंह समेत 24 अफसर शामिल है.
दरअसल, विभागीय प्रोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक में वर्ष 1995 व 1996 बैच के पीपीएस अधिकारियों के नाम पर विचार हुआ था. हालांकि एक पीपीएस अधिकारी के खिलाफ जांच प्रचलित होने की वजह उनका लिफाफा बंद रखने का निर्णय लिया गया था. बतादें, मौजूदा समय में पीपीएस से आईपीएस काडर में प्रोन्नति के 24 ही पद रिक्त हैं, जिन्हे भरने के लिए वर्ष 1995 -96 बैच के अधिकारियों के नाम का प्रस्ताव बीते दिनों संघ लोक सेवा आयोग भेजा गया था.
ये PPS अफसर बने आईपीएस: बाराबंकी में तैनात चिरंजीव नाथ सिन्हा, लखनऊ में तैनात विश्वजीत श्रीवास्तव, शाजाहापुर में तैनात मनोज कुमार अवस्थी, बुलंदशहर में तैनात रोहित मिश्रा, पीटीएस में तैनात शिव राम यादव, देवरिया में तैनात दीपेंद्र नाथ चौधरी, एएनटीएफ में तैनात बृजेश कुमार गौतम, गाज़ियाबाद में तैनात आनंद कुमार, वाराणसी में तैनात ममता रानी चौधरी, सीबीसीआईडी में तैनात अजय कुमार सिंह शामिल है.
यूपीएससी ने पीपीएस अफसर संजय कुमार यादव और संजय कुमार को भी सेलेक्शन लिस्ट में रखा है। उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई चल रही है। यूपीएससी ने साफ किया है कि अनुशासनिक कार्रवाई में बरी होने के बाद ये अधिकारी आईपीएस अधिकारी बन सकेंगे।