शाहजहांपुर 09 जनवरी। यूपी के शाहजहांपुर में गेल इंडिया कंपनी के नाम पर एक बर्खास्त लेखपाल की तरफ से ठगी का मामला सामने आया है। इस जाल में आम आदमी से लेकर कई नेता और उद्योगपति फंसते चले गए। फर्जी नौकरी की शिकायत पर पुलिस ने इस शातिर ठग को उसके कार्यालय से धर दबोचा। यहां पुलिस ने बड़ी मात्रा में गेल कंपनी के फर्जी दस्तावेजों के साथ तमाम कागजात, उपकरण और मोहर भी बरामद की हैं। बर्खास्त लेखपाल 2012 में पूर्व विधायक राममूर्ति वर्मा से ठगी मामले में जेल भी जा चुका है।
आरोपी रामनरेश शुक्ला उर्फ नन्हे उर्फ रामास्वामी को फर्जीवाड़े के चलते लेखपाल पद से बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद उसने ठगी का धंधा चुन लिया। वह हरदोई जिले के कस्बा शाहबाद का रहने वाला बताया जा रहा है। रामास्वामी ने गेल इंडिया कंपनी के नाम पर शाहजहांपुर के कस्बा निगोही में एक कार्यालय खोला। यहां उसने निगोही और आसपास के रहने वाले कुछ बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर फर्जी नियुक्ति पत्र सौंप दिए और उनसे काम लेने लगा।
नटवरलाल रामास्वामी गैस पाइप लाइन बिछाने का टेंडर दिलवाने के नाम पर धोखाधड़ी करता था। उसने बेरोजगार युवकों को झांसा दिया कि यह 3200 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट है। इसमें नौकरी दिलाने के नाम पर उसने युवकों से पैसे लिए। अपने कार्यालय में प्रति माह के हिसाब से गाड़ी लगवाने के नाम पर नई गाड़ियां खरीदकर लगवा दीं, लेकिन बदले में किसी को एक पैसा नहीं दिया गया। ठग के जाल में एक सपा नेता कयूम खान भी फंस गए। उनकी बेटी ठग के कार्यालय में काम कर रही थी। दो माह बीत जाने के बाद भी सैलरी नहीं मिली तो उसे शक हुआ। पता चला कि उसके साथ काम करने वाले किसी को भी सैलरी नहीं मिली है। इसके बाद उसने पिता कयूम खान को पूरी बात बताई।
सपा नेता ने पूरी जानकारी जुटाई तो रामास्वामी के गोरखधंधे का खुलासा हुआ। एसपी ने तत्काल मामले को संज्ञान लेते हुए जांच बैठा दी तो मामला सही पाया गया। इसके बाद छापा मारकर रामनरेश शुक्ला उर्फ रामास्वामी को पकड़ लिया गया गया। पुलिस को मौके पर गेल इंडिया कंपनी के फर्जी लैटर पैड, गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया के रोड मैप, गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया के 20 फर्जी नियुक्ति पत्र, रिज्यूमे, फर्जी आधार कार्ड, कंप्यूटर और मोबाइल फोन के साथ और भी अन्य सामान बरामद हुआ है।