नई दिल्ली 29 अप्रैल। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को धमकी भरे कॉल आए. इसी के बाद अब उनकी सुरक्षा में इजाफा कर दिया गया है. उन्हें पहले वाई कैटेगरी की सुरक्षा दी गई थी, वहीं अब खतरे का आकलन करते हुए वीरेंद्र सचदेवा को Z कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है. जहां एक तरफ सचदेवा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. वहीं, अब इस पर सियासत छिड़ गई है.
अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने आकलन के बाद 26 अप्रैल को सचदेवा की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया। ऐसे में अब दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को सुरक्षा प्रदान करने के लिए 20 से 22 सुरक्षा कर्मी तैनात किए जाएंगे, जिनमें 4 से 6 कमांडो और पुलिसकर्मी शामिल होंगे। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, हालांकि वे सुरक्षा बढ़ाने के विशिष्ट कारणों का खुलासा नहीं कर सकते, लेकिन खतरे का गहन आकलन करने के बाद यह निर्णय लिया गया है। अधिकारी ने यह भी जानकारी दी कि वीरेंद्र सचदेवा की सुरक्षा में शनिवार से बढ़ोतरी की गई थी।
‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा में बढ़ोतरी के साथ अब उनके काफिले के साथ एक पायलट वाहन भी रहेगा, जो उनकी सुरक्षा को और भी मजबूत करेगा। पायलट वाहन का उद्देश्य नेता के काफिले की सुरक्षा में सहायता करना होगा।
वहीं, वीरेंद्र सचदेवा को सुरक्षा मिलने के बाद कांग्रेस के नेता उदित राज भड़क गए. उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया. पोस्ट करते हुए उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, इनकी तो जान और हम लोग तो जानवर हैं.
उदित राज ने पोस्ट में कहा, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को अंजान नंबर से धमकी भरा काल आया , उनकी सुरक्षा Y से Z श्रेणी कर दिया. मुझे कई बार धमकी भरे कॉल आए और जान से मारने पर इनाम भी घोषित किया गया. दिल्ली पुलिस कमिश्नर से मिला और प्रमाण दिया और सुरक्षा की मांग की, लेकिन कुछ नहीं हुआ. Y+ सुरक्षा मुझे 2009 से मिली थी और जैसे मैंने बीजेपी छोड़ी, सुरक्षा हटा ली गई. इनकी तो जान और हम लोग तो जानवर हैं, जिनकी कीमत इनकी नजरों में कुछ नहीं है.
सचदेवा को सुरक्षा मिलने को लेकर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बीजेपी पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि जब बीजेपी के नेता खुद ट्रिपल इंजन सरकार में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं, तो आम लोग खुद को कैसे सुरक्षित मानें.
उन्होंने आगे कहा, आज दिल्ली में अपराध, अराजकता, हत्याएं, डकैती और झपटमारी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं और सरकार इन्हें रोकने में पूरी तरह विफल रही है. यादव ने सचदेवा की सुरक्षा बढ़ाए जाने पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, यह इस बात का प्रमाण है कि बीजेपी के नेता खुद को ही सुरक्षित नहीं महसूस कर रहे हैं. उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए आगे कहा कि सरकार आम जनता की सुरक्षा छोड़कर अपने नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था चकाचौंध करने में लगी है.
‘Z’ श्रेणी की सुरक्षा किसे मिलती है?
‘Z’ श्रेणी की सुरक्षा प्रमुख व्यक्तियों जैसे- मंत्रियों, न्यायाधीशों और अन्य उच्च अधिकारियों को दी जाती है। इस श्रेणी में आमतौर पर 20 सुरक्षा कर्मी होते हैं। इनमें से कुछ क्यूआरटी या सुरक्षा विशेषज्ञ होते हैं जो आपातकालीन स्थिति में कार्रवाई करने के लिए तैयार रहते हैं। वहीं, ‘Z’ श्रेणी की सुरक्षा में विशेष सुरक्षा वाहन होते हैं, जिनमें बुलेटप्रूफ कारें शामिल होती हैं। ये वाहन किसी भी हमले से बचाव के लिए डिजानइन किए गए होते हैं। इसमें अतिरिक्त सुरक्षा उपाय जैसे- हथियारों से लैस सुरक्षा गार्ड, सुरक्षा चेकपॉइंट्स और तकनीकी निगरानी भी होते हैं।