बागपत, 03 मार्च। नोएडा की एक कंपनी के मालिक और प्रबंधक का अपहरण कर दो करोड़ की फिरौती मांगने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने 24 घंटे के अंदर चार लोगों को गिरफ्तार कर दोनों को सकुशल बरामद कर लिया है। खुलासा हुआ कि अपहरण की साजिश कंपनी के कर्मचारियों ने मालिक की बैलेंस शीट देखकर रची थी। इस साजिश में कानपुर देहात और रामपुर में तैनात दो सिपाहियों की भूमिका भी संदिग्ध मिली है, दोनों की जांच कराई जा रही है।
बागपत के एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि बड़ौत में छपरौली चुंगी निवासी नूर मोहम्मद नोएडा के सेक्टर 90 में एमसीएस कंसल्टेंट नाम से कंपनी चलाते हैं। वह शेयर मार्केट और प्रॉपर्टी का काम भी करते हैं।
28 फरवरी की शाम छह बजे नूर मोहम्मद अपने प्रबंधक सावेज के साथ ऑफिस से निकले कुछ दूरी पर एक गाड़ी ने इन्हें ओवरटेक कर रोक लिया और खुद को एसटीएफ कर्मी बता कर दोनों का अपनी गाड़ी में बैठा लिया। कुद देर बाद उन्हें बताया गया कि उनका अपहरण हो गया है। इसके साथ ही कंपनी के एक कर्मचारी को फोन करा कर इनकी गाड़ी पार्किंग में खड़ी करने को कहा। अगले दिन सुबह यानी एक मार्च को नूर मोहम्मद के भाई बिलाल से फोन कर दोनों को छोड़ने के एवज में दो करोड़ की फिरौती मांगी। बिलाल ने घटना की जानकारी पुलिस को दे दी। पुलिस ने सर्विलांस टीम को सक्रिय करते हुए स्वाट और बड़ौत पुलिस की टीम को बदमाशों की सुरागरशी में लगा दिया।
एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि साजिशकर्ता रजत ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने कंपनी के लेखाकार शिवम के साथ मिलकर कंपनी की बैलेंस सीट देखकर साजिश रची थी। उन्हें दो से ढाई करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद थी। उन्हें नूर मौहम्मद के कंपनी से आने जाने के समय की पूरी जानकारी थी। घटना वाले रोज उन्होंने एक घंटे पहले ही अपहरण करने के लिए पूरी फील्डिंग जमा ली थी। शाम के समय जैसे ही नूर मोहम्मद और सावेज कंपनी से बाहर निकलकर कूछ दूर पहुंचे, तो उन्होंने उन्हें दबोच लिया। कहा कि एसटीएफ टीम से है। शोर मत मचाना, वरणा गोली मार देंगे। जिसके बाद नूर मौहम्मद और सावेज बगैर किसी विरोध के ही गाड़ी में बैठ गए। एसपी ने बताया कि आरोपी रजत एमएससी, विजय बीए, प्रद्युम बीए और लेखाकर शिवम 12वीं पास है।
पुलिस ने बताया कि मूल रूप से बड़ौत के रहने वाले नूर मौहम्मद अपनी कंपनी में म्यूचुअल फंड, शेयर मार्केट में निवेश कराने के साथ जमीन की खरीद फरोख्त भी कराते हैं। इसके चलते रोजाना दस से 15 लाख रुपये का लेनदेन होता है, उनकी कंपनी में काफी कर्मी काम करते है। पूछताछ में बदमाशों ने यह भी बताया कि अगर फिरौती की रकम नहीं मिलती, तो वे खुद को बचाने के लिए उनकी हत्या भी कर देते।
पुलिस के मुताबिक आरोपी शामली और मुजफ्फरनगर में अपनी लोकेशन लगातार बदल रहे थे। रविवार को इनकी लोकेशन बड़ौत के पास मिलते ही टीम ने छपरौली-बावली मार्ग पर जंगल में एक ट्यूबवेल से नूर मोहम्मद और सावेज को सकुशल बरामद कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अपहरण कर फिरौती मांगने के आरोप में शिवम, रजत, प्रद्युम्न और विजय को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए चार आरोपी शामली और मुजफ्फरनगर के हैं। वहीं पुलिस तफ्तीश में सामने आया है कि घटना में चार अन्य बदमाश और भी शामिल थे. जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास पुलिस कर रही है.