प्रयागराज 27 फरवरी। महाकुंभ के समापन के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज पहुंचकर पहले अरैल घाट पर झाड़ू लगाई और गंगा नदी से कचरा निकाला. इसके बाद सीएम योगी ने सफाईकर्मियों के साथ जमीन पर बैठकर खाना खाया. इस दौरान उनके साथ दोनों डिप्टी ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहे. वहीं सीएम योगी ने महाकुंभ में लगे यूपी के सफाई कर्मचारियों के लिए बड़ा ऐलान किया.
सीएम योगी ने ऐलान किया यूपी के सफाई कर्मचारियों को 10 हजार का अतिरिक्त बोनस मिलेगा. इसके अलावा सीएम योगी ने न्यूनतम 16000 प्रति माह वेतन की घोषणा की है. सीएम योगी ने कहा कि इन सभी को आयुष्मान योजना से भी जोड़ेंगे, जिससे 5 लाख तक का इलाज मिल सके.
सीएम योगी ने एक्स पर लिखा-“आज प्रयागराज में स्वच्छता कर्मियों के साथ सहभोज कार्यक्रम में सहभाग किया. स्वच्छ एवं सुव्यवस्थित महाकुम्भ-2025 हमारे स्वच्छता दूतों की अविराम श्रम साधना एवं प्रतिबद्धता का जीवंत प्रतीक है. दिव्य और भव्य महाकुम्भ की संकल्पना को साकार करने में सहभागी सभी कर्तव्यनिष्ठ स्वच्छता कर्मियों का हार्दिक अभिनंदन!”
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप महाकुम्भ के आयोजन को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठा प्रदान करने में सहायक सभी स्वच्छताकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों का हृदय से आभार एवं अभिनंदन.” स्वच्छ एवं सुव्यवस्थित महाकुंभ-2025 हमारे स्वच्छता दूतों की अविराम श्रम साधना एवं प्रतिबद्धता का जीवंत प्रतीक है. दिव्य और भव्य महाकुम्भ की संकल्पना को साकार करने में सहभागी सभी कर्तव्यनिष्ठ स्वच्छता कर्मियों का हार्दिक अभिनंदन!
सीएम योगी ने कहा कि, “इतने बड़े अभियान के साथ जुड़े हुए सभी स्वच्छता कर्मियों को, स्वास्थ्य कर्मियों को, परिवहन विभाग के साथ-साथ सुरक्षा और जल प्रवाह को निरंतर बनाए रखने के साथ-साथ नविको का भी में हृदय से अभिनंदन करता हूं स्वागत करता हूं.”
सीएम योगी ने कहा कि, अधिकारियों ने साबित कर दिया कि थोड़ा भी राजनीतिक इच्छा शक्ति हो और उनको सही सपोर्ट हो तो परिणाम कुछ भी लाया जा सकता है और परिणाम आज इस रूप में हम सबके सामने आया है. सीएम योगी ने इसके लिए मैं प्रयागराज मेला प्राधिकरण के अपने अधिकारियों को प्रशासनिक अधिकारियों को पुलिस के अधिकारियों को और विभिन्न विभागों के सभी अधिकारियों को धन्यवाद दिया और उनका अभिनंदन किया.
सीएम योगी ने प्रदेश में टूरिज्म की नई संभावनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि महाकुम्भ ने उत्तर प्रदेश के अंदर आध्यात्मिक टूरिज्म के कई सर्किट प्रस्तुत किए हैं। एक प्रयागराज से मां विंध्यवासिनी का धाम होते हुए काशी का सर्किट बना। जिस प्रकार प्रयागराज में करोड़ों की संख्या में लोग जुटे थे, उसी तरह मां विंध्यवासिनी धाम में इस दौरान प्रतिदिन 5 से लेकर 7 लाख तक लोग जुटे थे। इसी तरह, काशी में बाबा विश्वनाथ धाम में 10 से लेकर 15 लाख श्रद्धालु एक दिन में रहते थे। एक और सर्किट बना अयोध्या धाम और गोरखपुर का, अयोध्या धाम में प्रतिदिन इस दौरान 7 लाख से लेकर 12 लाख श्रद्धालु प्रतिदिन आ रहे थे और गोरखपुर में पहली जनवरी से लेकर कल तक प्रतिदिन 2 लाख से ढाई लाख श्रद्धालु जुटते थे। तीसरा सर्किट बना प्रयागराज से ऋंग्वेरपुर होते हुए लखनऊ और नैमिषारण्य का, जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहा। वहीं प्रयागराज से राजापुर और चित्रकूट का भी एक सर्किट बना तो पांचवा सर्किट प्रयागराज से बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे होते हुए मथुरा, वृंदावन और शुकतीर्थ का रहा, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।