tazzaहमेशा धार्मिक आयोजनों और व्रतों के दौरान शुद्ध और इसके उपयोग में आने वाली खाद्य सामग्री और त्योहारों पर शुद्ध मिठाई आदि नागरिकों को उपलब्ध हों ऐसी सोच केंद्र और प्रदेश सरकार की रही है। इस व्यवस्था को लागू कराने के लिए हर जिले में प्रशासन के अंतर्गत जिला स्तरीय खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी तैनात हैं। इसके बावजूद पहले नवरात्र पर ही नागरिकों को कुटटू की पूरी खाने से बीमारी का सदमा झेलना पड़ा। बताते हैं कि मुरादाबाद बिजनौर और मेरठ सहित कई जिलों में ऐसे मामले सुनाई दिए जिनमें व्रत में उपयेाग की सामग्री खाने पर लोगों का मन घबराने लगा और उन्हें उल्टियां होने लगी। पूर्व में सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि मिलावटी खाद्य सामग्री की किसी भी प्रकार से बिक्री ना होने दी जाए उसके बावजूद पहले ही नवरात्र पर नागरिकों को इस मिलावटी या खराब खाद्य सामग्री के दुष्प्रभाव का दंश झेलना पड़ा। आखिर खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी जिलों में करते क्या हैं । यह देखना तो शासन प्रशासन का काम है। बीते दिनों सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए और यूटयूब चैनल संवाद इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से सोशल मीडिया पर जागरूकता लाने हेतु अभियान भी चलाए गए। और संबंधित अधिकारियों का भी ध्यान आकर्षित किया गया। इसके बावजूद प्रदेश के कई जिलों में खराब खाद्य सामग्री खाने से उभरकर आए मामले क्यों हुए इस ओर सभी जिम्मेदार अफसरों और जनप्रतिनिधियों को ध्यान देने की आवश्यकता है। साल भर में अनेक मौकों पर सैंपल भरने में सक्षम खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकरियों का ध्यान इस ओर खींचा जाता है फिर भी खराब और मिलावटी खाद्य सामग्री की बिक्री रोकने के लिए दस बीस सैंपल भरने के अलावा कोई कार्रवाई इनके द्वारा क्यों नहीं की जाती। जब जानते हैं कि सैंपल के परिणाम आने में समय लगता है फिर भी त्योहारों के मौके पर यह अभियान क्यों चलाए जाते हैं। मेरा मानना है कि जिन जिलों में कुटटू का आटा या मिलावटी खाद्य सामग्री खाने से नागरिकों को नुकसान होने की बात सामने आई है उन जिलो के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के खिलाफ नियमानुसार जो भी अपराधिक मामले दर्ज हो सकते हों वो कराएं जाएं और जनहित में इनके खिलाफ हो सख्त से सख्त कार्रवाई। भविष्य में पीएम साहब और सीएम साहब की इस बारे में भावनाओं को ध्यान में रखते हुए साल भर में लगातार सैंपल भरने और नकली व मिलावटी खाद्य सामग्री का प्रचलन रोकने के युद्ध स्तर पर हो प्रयास ऐसा निर्णय लेकर अभियान चलाकर शासन प्रशासन करे कार्रवाई।
(प्रस्तुतिः संपादक रवि कुमार बिश्नोई दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
सीएम साहब दें ध्यान! खाद्य सुरक्षा अधिकारियों पर दर्ज हो मुकदमे, पहले ही नवरात्र पर कुटटू का आटा खाकर सैंकड़ों हुए बीमार
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