गोंडा 15 मई। गोंडा में 11वीं के छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात उसके चार नाबालिग दोस्तों ने की। वे छात्र को घर से बुलाकर 2 किमी दूर ले गए। वहां चारों ने उसे घेरकर पांच राउंड फायरिंग की। तीन गोलियां छात्र को लग गईं, लेकिन वह गिरा नहीं।
खुद को छुड़ाकर वह 200 मीटर दूर एक घर में पहुंचा। उसे खून से लथपथ देखकर लोग हैरान रह गए। उन्होंने छात्र के घरवालों को फोन किया। आनन-फानन में घरवाले मौके पर पहुंचे। छात्र को सीएचसी ले गए। वहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद छात्र को लखनऊ रेफर कर दिया।
लखनऊ ले जाते वक्त छात्र की मौत हो गई। मरने से पहले उसने घरवालों को पूरी घटना बताई। इसका वीडियो भी सामने आया है। उसमें वह कह रहा है, “मेरे दोस्तों ने मुझे गोली मारी। जल्दी लेकर चलो, दो मिनट और बचेंगे बस…”। वीडियो के आधार पर पुलिस ने उसके चार दोस्तों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पूरी घटना नवाबगंज थाना क्षेत्र की है।
नवाबगंज थाना क्षेत्र के पूरे बलराज पट्टी के रहने वाले रवि प्रकाश सिंह परिवार के साथ रहते हैं। वह किसानी करते हैं। उनका 17 साल का बेटा अंशुमान गांव के ही स्कूल में 11वीं में पढ़ता था। उन्होंने बताया- रात में करीब 9 बजे अंशुमान घर से कुछ दूरी पर अनिल सिंह की दुकान पर गया था। तभी गांव के नाबालिग युवक ने उसे महरमपुर में शादी का निमंत्रण दिया।
उसे वहां चलने को कहा। बेटा भी राजी हो गया और उसके साथ चला गया। जैसे ही बेटा उसके साथ एक किलोमीटर दूर महरमपुर गांव पहुंचा, वहां तीन और युवक मौजूद थे। चारों ने बेटे को घेर लिया। उसके हाथ, पीठ और सीने में तीन गोलियां मार दीं।
गोली लगने के बाद भी बेटा खुद को छुड़ाकर घटनास्थल से 200 मीटर दूर ननके लाल के घर पहुंचा। उसने मेरा नाम बताया और मदद मांगी। ननके लाल मुझे जानते थे। उन्होंने तुरंत मुझे फोन किया। जब फोन आया, तब मैं गन्ने के खेत में सिंचाई के लिए पानी भर रहा था।
दौड़ते हुए मौके पर पहुंचा। सुशील और अनिल सिंह की मदद से बेटे को नवाबगंज सीएचसी ले गया। डॉक्टरों ने गंभीर हालत में लखनऊ रेफर किया, लेकिन रास्ते में अंशुमान ने दम तोड़ दिया।
एएसपी ने कहा- जो अंशुमान को बुलाकर ले गया था, वह 8वीं का छात्र है। बाकी अन्य आरोपी 11वीं में पढ़ते हैं।मृतक के अंतिम वीडियो बयान की पुष्टि हो गई है। हत्याकांड में शामिल सभी आरोपी नाबालिग हैं। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।